
छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले में मच्छरों का कहर लगातार बढ़ता जा रहा है. यहां बड़ी संख्या में डेंगू फैल रहा है. दुर्ग और भिलाई के सरकारी और निजी अस्पतालों में मरीजों की संख्या में लगातार बढ़ेतरी हो रही है. इतना ही नहीं निजी क्लिनिकों का भी यही हाल है. यहां वायरल फीवर के अलावा ज्यादातर मरीज डेंगू से मरीज पहुंच रहे हैं.
जानकारी के मुताबिक यहां महीने भर में दुर्ग जिले में डेंगू के कारण 11 लोगों की मौत हो चुकी है. अगस्त महीने के पहले हफ्ते में ही तीन बच्चों समेत चार मरीजों की डेंगू से हुई मौत से लोगों में खौफ है. 8 साल के रविकिशन को बुखार के बाद स्थानीय सरकारी अस्पताल में भर्ती करवाया गया था, जहां इलाज के दौरान डेंगू की पुष्टि हुई. रविकिशन का इलाज कुछ दिनों से निजी हॉस्पिटल में चल रहा था, लेकिन लगातार उसकी तबीयत बिगड़ती रही और सोमवार की शाम इलाज के दौरान उसने दम तोड़ दिया.
दुर्ग के विभिन्न सरकारी अस्पतालों में डेंगू के करीब 400 मरीज भर्ती हैं, जबकि प्राइवेट अस्पतालों में भर्ती मरीजों का आंकड़ा प्रशासन के पास मौजूद नहीं है. इस मॉनसून सीजन में दुर्ग जिले में डेंगू के मरीजों की संख्या काफी बढ़ी हुई है. डेंगू की रोकथाम के लिए कई सामाजिक संस्थाओं ने इलाके के जन-प्रतिनिधियों के खिलाफ मोर्चा खोला हुआ है.
इसके बावजूद सरकारी अमले ने इसकी रोकथाम के लिए कोई कदम नहीं उठाया. शहरों से लेकर ग्रामीण इलाकों तक जगह- जगह कचरे के ढेर लगे हुए हैं. रोजाना साफ- सफाई नहीं होने से मच्छरों का प्रकोप बढ़ता जा रहा है और दवाओं का छिड़काव नहीं होने से डेंगू के तेजी से फैलने का खतरा भी लगातार बढ़ता जा रहा है. दूसरी ओर ब्लड सैंपल रिपोर्ट तत्काल नहीं मिलने से कई मरीजों का इलाज समय पर शुरू नहीं होने से मर्ज लगातार बढ़ते जा रहा है. स्थानीय लोगों की मांग है कि सभी वॉर्डों में मेडिकल शिविर लगाकर उनकी जांच की जाए.