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छत्तीसगढ़: कोयला लेवी घोटाले केस में ED की बड़ी कार्रवाई, अटैच कीं 51 संपत्तियां

छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री की उप सचिव सौम्या चौरसिया की मुश्किलें थमने का नाम नहीं ले रही हैं. ईडी (प्रवर्तन निदेशालय) ने अस्थायी रूप से 17.48 करोड़ रुपये की 51 अचल संपत्तियों को अटैच किया है. इससे पहले बीते दिनों ईडी (प्रवर्तन निदेशालय) ने कोयला लेवी घोटाला मामले में चार लोगों को गिरफ्तार किया था. इसमें एक शख्स वो भी शामिल था, जो खुद को ईडी का अधिकारी बताता था.

सांकेतिक तस्वीर सांकेतिक तस्वीर
मुनीष जिंदल
  • रायपुर,
  • 30 जनवरी 2023,
  • अपडेटेड 7:54 PM IST

छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री की उप सचिव सौम्या चौरसिया की मुश्किलें थमने का नाम नहीं ले रही हैं. अब ईडी (प्रवर्तन निदेशालय) ने अस्थायी रूप से 17.48 करोड़ रुपये की 51 अचल संपत्तियों को अटैच किया है. ईडी ने ये कार्रवाई कोयला लेवी उगाही घोटाले मामले में की है. अब तक ईडी 170 करोड़ रुपये की संपत्ति अटैच कर चुकी है.

इससे पहले बीते दिनों ईडी (प्रवर्तन निदेशालय) ने कोयला लेवी घोटाला मामले में चार लोगों को गिरफ्तार किया था. इसमें एक शख्स वो भी शामिल था, जो खुद को ईडी का अधिकारी बताता था. मामले के मुख्य आरोपियों में से एक सीएमओ (मुख्यमंत्री कार्यालय) में उप सचिव रहीं सौम्या चौरसिया का करीबी दीपेश तौंक भी शामिल था.

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खनन अधिकारी संदीप कुमार नायक और शिव शंकर नाम भी इसमें शामिल हैं. इन्होंने सूर्यकांत तिवारी के सिंडिकेट को जबरन वसूली करने और अवैध संपत्ति अर्जित करने में सहायता की.वहीं, गिरफ्तार किए गए लोगों में राजेश चौधरी भी है. ये मामलों को निपटाने के लिए बिचौलिए के रूप में काम करता था. आरोपियों को रायपुर में पीएमएलए विशेष अदालत के समक्ष पेश किया गया है. यहां आरोपियों को 30 जनवरी तक 3 दिन की ईडी कस्टडी में भेजा गया है.

बता दें कि कोयला घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में सौम्या चौरसिया को बीते साल 2 दिसंबर को गिरफ्तार किया गया था. इसके बाद 15 दिसंबर को उन्हें सचिवालय से निलंबित कर दिया गया था. 11 दिसंबर को इसी मामले में ईडी ने आईएएस अधिकारियों समेत कुछ अन्य की 152.31 करोड़ रुपये की चल और अचल संपत्ति कुर्क की थी.

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2 साल में 540 करोड़ की उगाही

ईडी के आरोप के मुताबिक, इन लोगों ने पिछले 2 सालों में कम से कम 540 करोड़ रुपये की उगाही की है. ईडी ने हजारों डायरी की एंट्री का एनालिसिस किया. अधिकारियों का दावा है कि ईडी ने न सिर्फ डायरी में एंट्री पर भरोसा किया है, बल्कि बैंक खाते की स्टडी, जब्त किए गए व्हाट्सएप चैट के डिटेल, डायरी में एंट्री की पुष्टि करने के लिए बयानों की रिकॉर्डिंग समेत विस्तृत जांच की है.

ईडी ने 11 अक्टूबर को प्रदेश के 75 से ज्यादा ठिकानों पर छापा मारा था. शुरुआती जांच और पूछताछ के बाद आईएएस अधिकारी समीर विश्नोई, सुनील अग्रवाल, लक्ष्मीकांत तिवारी और एक अन्य आईएएस अधिकारी सौम्या चौरसिया को गिरफ्तार किया था.

 

 

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