
देश में कोरोना का ग्राफ तेजी से बढ़ रहा है और इसकी चपेट में आकर कई वीवीआईपी जान गंवा रहे हैं. अब पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की भतीजी और कांग्रेस नेता करुणा शुक्ला भी कोरोना से जंग हार गईं. सोमवार देर रात रायपुर के रामकृष्ण अस्पताल में उनका निधन हो गया. उनके निधन पर सीएम भूपेश बघेल ने शोक जाहिर किया.
सीएम भूपेश बघेल ने ट्वीट करके कहा, 'मेरी करुणा चाची यानी करुणा शुक्ला जी नहीं रहीं. निष्ठुर कोरोना ने उन्हें भी लील लिया. राजनीति से इतर उनसे बहुत आत्मीय पारिवारिक रिश्ते रहे. उनका सतत् आशीर्वाद मुझे मिलता रहा. ईश्वर उन्हें अपने श्रीचरणों में स्थान दें और हम सबको उनका विछोह सहने की शक्ति प्रदान करें.'
बताया जा रहा है कि पूर्व सांसद करुणा शुक्ला का अंतिम संस्कार मंगलवार को बलौदाबाजार में होगा. करुणा शुक्ला अभी छत्तीसगढ़ समाज कल्याण बोर्ड की अध्यक्ष थीं. वह बीजेपी में भी राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सहित तमाम बड़े पदों पर रही हैं. लेकिन 2013 में उन्होंने कांग्रेस का दामन थाम लिया था.
पूर्व सांसद करुणा शुक्ला साल 1983 में पहली बार बीजेपी से विधायक बनी थीं. 2009 के लोकसभा चुनाव में उन्होंने बीजेपी के टिकट पर कांग्रेस के चरणदास महंत के खिलाफ किस्मत आजमाई लेकिन सफल नहीं हुईं. उन्होंने 1982 से 2013 तक बीजेपी रहने के बाद 2013 में कांग्रेस का हाथ थाम लिया था और 2018 में राजनांदगांव से पूर्व सीएम रमन सिंह के खिलाफ लड़ी थीं.