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गजब हो गया! ठगों ने खोल दिया नकली बैंक, लाखों लेकर नियुक्तियां भी कर दीं, फिर ऐसे खुला राज

छत्तीसगढ़ के सक्ती जिले के छपोरा गांव में एक हैरान करने वाली घटना सामने आई है, जहां ठगों ने SBI की फर्जी शाखा खोलकर कई लोगों से लाखों रुपये ठग लिए. पुलिस ने इस मामले में तीन नामजद आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज किया है. इस फर्जी शाखा के जरिए पांच लोगों को फर्जी तरीके नौकरी दी गई. पुलिस आरोपियों की तलाश में जुटी हुई है.

ठगों ने खोल दी नकली बैंक. ठगों ने खोल दी नकली बैंक.
दुर्गेश यादव
  • जांजगीर चांपा,
  • 04 अक्टूबर 2024,
  • अपडेटेड 1:16 PM IST

छत्तीसगढ़ के सक्ती जिले में चौंकाने वाला मामला सामने आया है. यहां ठगों ने SBI की फर्जी शाखा ही शुरू कर दी. इसी के साथ कई लोगों से लाखों रुपये लेकर फर्जी नियुक्ति पत्र थमा दिए. इस पूरे मामले में पुलिस ने तीन नामजद आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज किया है. सभी आरोपी फरार हैं. पुलिस का कहना है कि कोरबा और कवर्धा के कई लोगों से लाखों की ठगी की गई है.

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इस फर्जीवाड़े का खुलासा तब हुआ, जब मनोज अग्रवाल नाम का व्यक्ति किस्योस्क शाखा खोलने के लिए आवेदन करने पहुंचा. जब उसने छपोरा गांव में एसबीआई की शाखा देखी तो उसे कुछ शक हुआ. जब पड़ताल की तो पता चला कि यह शाखा असली नहीं, बल्कि नकली है. इसकी सूचना डभरा ब्रांच के अधिकारियों को दी. अधिकारी मौके पर पहुंचे और जांच की तो पूरे फर्जीवाड़े की पुष्टि हो गई.

इस पूरे मामले की जांच में पता चला कि फर्जी बैंक शाखा में काम करने वाले कर्मचारियों को फर्जी नियुक्ति पत्र दिए गए थे और उन्हें ट्रेनिंग के नाम पर यहां बैठाया गया था. पुलिस ने जब यहां छापा मारा तो कथित बैंक मैनेजर फरार हो गया. जांच के दौरान किसी भी प्रकार के बैंक से संबंधित कागजात नहीं मिले. पुलिस ने कंप्यूटर सिस्टम और हार्ड डिस्क को जब्त कर लिया है.

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यह भी पढ़ें: रेलवे में नौकरी के नाम पर लाखों रुपयों की ठगी, 14 साल बाद पुलिस की गिरफ्त में आया आरोपी

सक्ती एसडीओपी मनीष कुमार ध्रुव ने बताया कि इस मामले में रायपुर रीजन मैनेजर की फर्जी सील और दस्तावेज मिले हैं. पुलिस ने तीन नामजद आरोपियों और अन्य के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है. फरार आरोपियों की तलाश की जा रही है.

इस फर्जी बैंक शाखा के जरिए कई लोगों से लाखों रुपये लेकर नौकरी दी गई. संगीता कवर नाम की महिला से 2.50 लाख रुपये, लक्ष्मी यादव से 2 लाख रुपये, पिंटू मरावी से 5.80 लाख रुपये और परमेश्वर राठौर से 3 लाख रुपये की ठगी की गई. इन सभी लोगों को फर्जी नियुक्ति पत्र देकर उन्हें ट्रेनिंग के नाम पर ठगा गया.

इस पूरे मामले में रेखा साहू और मनधीर दास के नाम भी सामने आए हैं, जो कोरबा के रहने वाले हैं, ठगी के शिकार हुए लोगों ने पैसे दिए थे. पुलिस इन ठगों की तलाश में जुटी है और आगे की जांच जारी है.

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