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बलरामपुर: सिर्फ एक शिक्षक के भरोसे चल रहा स्कूल, पढ़ाई की जगह खेलकर लौट जाते हैं बच्चे

बलरामपुर रामचंद्रपुर विकासखंड के दक्षिण पारा पीपरपान प्राइमरी स्कूल सिर्फ एक टीचर के भरोसे चल रहा है. बच्चों के माता-पिता का कहना है कि पिछले कई महीनों से स्कूल भगवान भरोसे चल रहा है. टीचर का मन होता है तो आ जाते हैं, मन नहीं होता तो नहीं आते. ऐसे स्कूल में बच्चों को भेजना हमारी मजबूरी है.

सिर्फ एक शिक्षक के भरोसे चल रहा स्कूल सिर्फ एक शिक्षक के भरोसे चल रहा स्कूल
सुमित सिंह
  • बलरामपुर,
  • 02 अक्टूबर 2024,
  • अपडेटेड 4:22 PM IST

छत्तीसगढ़ के जिले बलरामपुर रामचंद्रपुर विकासखंड के दक्षिण पारा पीपरपान प्राइमरी स्कूल का हाल बेहद खस्ता है. यहां पढ़ने वाले बच्चों की पढ़ाई भगवान भरोसे है, करीब 45 बच्चों वाले इस स्कूल में एक शिक्षक हैं, जो महीनों से स्कूल नहीं आ रहा है. इसके अलावा एक Peon और एक आया भी स्कूल में काम करती है. पढ़ाई करने वाले बच्चे रोज स्कूल आते हैं, लेकिन खेल कर वापस चले जाते हैं. 

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ग्रामीणों ने कई बार विभाग से शिकायत की. लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई. स्कूल में काम करने वाली दाई ने बताया कि बच्चे रोज स्कूल आते हैं, खाना खाते हैं, खेलते हैं और फिर चले जाते हैं. शिक्षक के नियमित अनुपस्थित रहने से बच्चों का भविष्य अंधकारमय होता जा रहा है. 

स्कूल में एक टीचर, एक चपरासी और एक दाई

बच्चों के माता-पिता का कहना है कि पिछले कई महीनों से स्कूल भगवान भरोसे चल रहा है. टीचर का मन होता है तो आ जाते हैं, मन नहीं होता तो नहीं आते. ऐसे स्कूल में बच्चों को भेजना हमारी मजबूरी है. प्रशासन को भी इसकी खबर हैं, पर कोई कार्रवाई नहीं हुई. 

जब इस मामले पर विकासखंड शिक्षा अधिकारी से बात की गई, तो उन्होंने बताया कि शिक्षक को कारण बताओ नोटिस जारी गया है और उनका वेतन भी रोक दिया है. संकुल स्तर पर मामले की जांच की जा रही है और जल्द ही नए शिक्षकों को भेजने की तैयारी है.

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अंधकार में हैं इस स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों का भविष्य

हैरत की बात है कि वर्तमान कृषि मंत्री रामविचार नेताम के गृह ग्राम इलाके में ऐसी स्थिति है. अब देखना यह होगा कि शिक्षा विभाग कब तक इस समस्या का समाधान करता है, या फिर बच्चों की पढ़ाई इसी तरह प्रभावित होती रहेगी.
 

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