
छत्तीसगढ़ की बीजेपी सरकार ने तय किया था कि नक्सलियों की गोलियों का जवाब गोलियों से दिया जाएगा लेकिन नई कांग्रेस सरकार का विश्वास इस पॉलिसी में नहीं दिखता. नए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा था कि गोलियों के बदले गोलियों वाली बीजेपी की रणनीति सफल नहीं हुई.अब इसमें बदलाव किया जाएगा लेकिन उन्होंने जिन्हें डीजीपी बनाया उनका कहना है कि नक्सलियों की गोलियों का जवाब गोलियों से ही दिया जाएगा. हालांकि उन्होंने यह भी कहा आत्मसमर्पण की नीति में सुधार करने के लिए सरकार तैयार है. उन्होंने यह भी दावा किया कि किसी निर्दोषको निशाना नहीं बनाया जाएगा.
छत्तीसगढ़ के नए डीजीपी डीएम अवस्थी ने कहा कि सरकार का नक्सलवाद को लेकर नजरिया साफ है. यह आर्थिक, सामाजिक और राजनैतिक समस्या है. उन्होंने कहा कि सरकार जल्द ही पीड़ितों से बात कर इस समस्या का स्थायी समाधान करेगी. डीएम अवस्थी के मुताबिक नक्सलियों ने यदि पुलिसऔर सुरक्षाबलों पर हमला किया तो स्वाभाविक रूप से आत्मरक्षा के लिए गोलियों का जवाब गोलियों से दिया जाएगा. उन्होंने यह भी कहा कि एंटी नक्सल ऑपरेशन और एनकाउंटर नक्सली रणनीति का एक हिस्सा हैं.
शपथ लेने के बाद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा था कि गोलियों के बदले गोली की रणनीति सफल नहीं रही. वहीं डीजीपी डीएम अवस्थी ने साफ किया है कि नक्सली यदि चाहें तो मुख्य धारा में लौट सकते हैं. उनके लिए आत्मसमर्पण की नीति में सुधार के लिए भी सरकार तैयार है.लेकिन वो बंदूक के सहारे आतंक फ़ैलाने की कोशिश करेंगे तो पुलिस और केंद्रीय सुरक्षाबल इसे बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं करेंगे.
अवस्थी ने पुलिस मुख्यालय में पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा कि पुलिस कर्मियों को अब सप्ताहिक अवकाश मिलेगा. पुलिस कर्मियों के प्रतिभाशाली बच्चो को इंजीनियरिंग और मेडिकल की पढ़ाई के लिए फ्री कोचिंग दी जाएगी इनके लिए हॉस्टल सुविधा भी होगी. पुलिस कर्मियोंके परिवारों को कैंटीन सुविधा और रियायती दरों पर सामान उपलब्ध कराए जाएंगे. कैंटीन से उन्हें सस्ता अनाज भी मुहैया कराया जाएगा.
डीजीपी ने जोर देकर कहा कि आपराधिक छवि वाले पुलिसकर्मियों के खिलाफ जल्द कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने लोगों से अपील भी की जिन पुलिसकर्मियों ने वर्दी का रौब दिखाकर गैर- क़ानूनी कार्रवाई और प्रताड़ना की है, वे इसकी शिकायत उनसे कर सकते हैं.