
पंचायत आजतक कार्यक्रम में आए छत्तीसगढ़ सीएम भूपेश बघेल ने राहुल गांधी द्वारा उद्योगपति अडाणी पर लगातार निशाने साधे जाने पर सवाल किया गया था. साथ ही कहा गया कि कांग्रेस शासित राज्यों में भी अडाणी ग्रुप का निवेश है, साथ ही छत्तीसगढ़ में सबसे ज्यादा 25 हजार करोड़ का निवेश किया गया है.
इस पर सीएम भूपेश बघेल ने कहा, ''केंद्र सरकार द्वारा कोयला की नीलामी की गई. नीलामी में अच्छा पैसा आया, फिर मालूम हुआ कि इसके रेट तो बहुत हाई हैं. स्टील सैक्टर वालों ने अपना हाथ नीलामी से खींच लिया. कोयला खदान एल्युमिनियम सैक्टर वालों ने ही अपनी पास रखी. दूसरी बार में राज्यों को अलॉट किया गया, जिसमें गुजरात, महाराष्ट्र, राजस्थान के नाम शामिल हैं. खदान छत्तीसगढ़ की लेकिन नीलामी राज्यों को की गई. जितने भी राज्यों को अलॉट की गई सबका एमडीओ अडाणी है. हमारे कार्यकाल में कोई निवेश नहीं हुआ है. ''
छत्तीसगढ़ में साढ़े 43 प्रतिशत जनता ओबीसी
वहीं, जातीगत जनगणना को लेकर सीएम भूपेश ने कहा कि छत्तीसगढ़ में साढ़े 43 प्रतिशत जनता ओबीसी है. इसे 27 फीसदी आरक्षण दिया गया है. पूरे देश में सबसे ज्यादा महिला विधायक छत्तीसगढ़ में हैं.
उन्होंने कहा कि हमने प्रदेश में हेडकाउंट कराया है. इसके लिए आधार कार्ड, पंचायत, निकायों, भौतिक रूप से भी हेडकाउंट कराया गया. यह राज्य के उपयोग के लिए था. इसमें सामने आया कि ईडब्ल्यूएस साढ़े तीन परसेंट आया, जिसे हमने चार परसेंट आरक्षण दिया. ओबीसी साढ़े 43 परसेंट आया तो उसे 27 फीसदी आरक्षण दिया.
उन्होंने पूछा कि केंद्र सरकार जातिगत जनगणना क्यों नहीं करा रही है. मैंने कोविड के बाद हेडकाउंट करा लिया, बिहार में जातिगत जनगणना हो गई है, लेकिन केंद्र सरकार जातिगत जनगणना नहीं करा पा रही है. विश्वगुरु को डर है कि कहीं उनका ताश के पत्तों का महल गिर नहीं जाए. इसलिए वह जातिगत जनगणना का विरोध कर रहे हैं.