Advertisement

Raipur में पंडित प्रदीप मिश्रा सुना रहे थे शिव महापुराण कथा, निकल आया सांप, भक्त करने लगे पूजा

रायपुर में मशहूर कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा का कार्यक्रम चल रहा था. इस दौरान पंडाल के बीच जहां लोग बैठे थे वहां काले नाग भी था. जिसे देखकर भक्त हर-हर महादेव के नारे लगाने लगे तो कुछ नाग देवता की पूजा करने लगे. लोगों का कहना है कि कार्यक्रम से एक दिन पहले सांप को पंडाल के ऊपरी हिस्से पर देखा था. 

शिव महापुराण कथा कार्यक्रम में सांप घुस आया (फोटो-आजतक) शिव महापुराण कथा कार्यक्रम में सांप घुस आया (फोटो-आजतक)
aajtak.in
  • रायपुर,
  • 15 नवंबर 2022,
  • अपडेटेड 8:42 AM IST

रायपुर में शिव पुराण कथा कार्यक्रम के दौरान काला नाग सामने आ गया. जिसे देखकर भक्त हर-हर महादेव के नारे लगाने लगे तो कुछ पूजा करने लगे. एक भक्त ने नाग की पूंछ ही पकड़ ली, तो कुछ महिलाएं और युवतियां सांप को छूकर प्रणाम करने लगीं. लोगों की भीड़ देखकर सांप भी इधर-उधर भागने लगा. मौके पर मौजूद भक्त जय हो नाग देवता के नारे लगाने लगे.  

Advertisement

शहर के गुढ़ियारी इलाके में मशहूर कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा का कार्यक्रम था. वह कथा सुनाकर मंच से हटे तो कुछ देर बाद भीड़ के बीच सांप-सांप का शोर होने लगा. पंडाल के बीच जहां लोग बैठे थे वहां विचरण करते काले नाग पर नजर पड़ी. एक दिन पहले भी इस सांप को कुछ लोगों ने पंडाल के ऊपरी हिस्से में देखा था, लेकिन कुछ ही देर में वह वहां से कहीं चला गया था. लोगों का कहना है कि कार्यक्रम से एक दिन पहले सांप को पंडाल के ऊपरी हिस्से पर देखा था. 

कार्यक्रम शिव पुराण का था इसमें भगवान शिव के श्रृंगार के रूप में सांपों का वर्णन शास्त्रों में मिलता है. भक्त सांप के आने को चमत्कार से जोड़कर देखने लगे. हालांकि भीड़ में मौजूद कुछ लोगों ने सांप को पकड़ा दूरी छोड़ दिया. जिसकी वजह से लोगों में कुछ डर खत्म हुआ. गुढ़ियारी के दही हांडी मैदान में कथा वाचक पंडित प्रदीप मिश्रा के कथा कार्यक्रम का आयोजन हुआ. हर दिन यहां 1 लाख से अधिक लोग पहुंच रहे थे.

Advertisement

श्रद्धालुओं को प्रदीप मिश्रा की शिव पुराण से इतना लगाव था कि वह सड़कों पर ही बैठकर शिवपुराण सुन रहे थे और हर श्रद्धालु के मुंह से एक ही मंत्र निकल रहा था श्री शिवाय नमस्तुभ्यं इस मंत्र के जपने से सारे कष्ट दूर होते हैं यह कहना है पंडित प्रदीप मिश्रा का जो अंतरराष्ट्रीय कथावाचक के रूप में जाने जाते हैं. 

(रिपोर्ट- महेंद्र नामदेव)

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement