Advertisement

छत्तीसगढ़ः दंतेवाड़ा में 32 नक्सलियों ने किया आत्मसमर्पण, माओवाद को बताया खोखला

छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा जिले में रविवार को 32 नक्सलियों ने सरेंडर कर दिया. इनमें से चार के सिर पर सामूहिक रूप से चार लाख रुपये का ईनाम था. दंतेवाड़ा के पुलिस अधीक्षक अभिषेक पल्लव ने बताया कि आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों में 10 महिलाएं शामिल हैं, जिन्होंने पुलिस की पुर्नवास नीति से प्रभावित होकर सरेंडर करने का फैसला किया.

32 नक्सलियों ने सरेंडर कर दिया (फाइल फोटो-Getty Images) 32 नक्सलियों ने सरेंडर कर दिया (फाइल फोटो-Getty Images)
aajtak.in
  • रायपुर,
  • 25 अक्टूबर 2020,
  • अपडेटेड 5:52 PM IST
  • चार नक्सलियों पर था एक-एक लाख का ईनाम
  • आत्मसमर्पण करने वालों में 10 महिला कैडर हैं
  • माओवादी विचारधारा को खोखला करार दिया

छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा जिले में रविवार को 32 नक्सलियों ने सरेंडर कर दिया. इनमें से चार के सिर पर सामूहिक रूप से चार लाख रुपये का ईनाम था. दंतेवाड़ा के पुलिस अधीक्षक अभिषेक पल्लव ने बताया कि आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों में 10 महिलाएं शामिल हैं, जिन्होंने पुलिस की पुर्नवास नीति से प्रभावित होकर सरेंडर करने का फैसला किया. आत्मसमर्पण करने वाले कैडर्स ने माओवादी विचारधारा को खोखला करार दिया.
 
एसपी अभिषेक पल्लव ने बताया कि आत्मसमर्पण करने वाले इन 32 लोगों में 19 बकेली गांव, 4 कोरकोट्टी और बाकी तीन तीन लोग उदेनार, तुमरीगुंडा और मतासी गांव के रहने वाले हैं. सुरक्षा के मसले को देखते हुए पुलिस ने इनकी पहचान को उजागर नहीं किया है. 

Advertisement

समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार अभिषेक पल्लव ने बताया कि ये कैडर दंडकारण्य आदिवासी किसान मजदूर संगठन, क्रांतिकारी महिला आदिवासी संगठन, माओवादियों के नॉर्थ फ्रंटल विंग, चेतना नाट्य मंडली (माओवादियों का सांस्कृतिक दल) और जनताना सरकार समूह से जुड़े हुए थे.

पुलिस अधिकारी ने बताया कि सभी पर पुलिस टीम, पोलिंग पार्टी पर अटैक और आईईडी विस्फोट का आरोप है. इनमें से चार पर एक-एक लाख रुपये का ईनाम घोषित किया गया था.

देखें: आजतक LIVE TV

जारी बयान के मुताबिक ये कैडर माओवादी विचारधारा से निराश हो चुके थे और हाल ही में स्थानीय पुलिस के लोना वरातु अभियान के हिस्से के रूप में उनके सहयोगियों द्वारा आत्मसमर्पण ने उन्हें प्रतिबंधित संगठन को छोड़ने के लिए प्रोत्साहित किया. उन्हें 10,000 रुपये की तत्काल सहायता दी गई और उन्हें सरकार की आत्मसमर्पण और पुनर्वास नीति के अनुसार सुविधाएं प्रदान की जाएंगी.

Advertisement


 

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement