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रायपुर AIIMS ने नहीं दी एंबुलेंस, ठेले पर पति का शव ले गई पत्नी

बताया जा रहा है कि 35 साल के संजय नामक युवक को करीब एक माह पहले एम्स में भर्ती कराया गया था. वो किसी लाइलाज बीमारी से ग्रसित था. परिवार की आर्थिक स्थिति इतनी कमजोर थी कि वो उसके इलाज के लिए कई ऐसे टेस्ट नहीं करवा पाए जो एम्स में नहीं हो पाए थे.

ठेले पर पति का शव ठेले पर पति का शव
सुनील नामदेव
  • रायपुर,
  • 19 जनवरी 2018,
  • अपडेटेड 8:26 AM IST

रायपुर स्थित एम्स से एक ऐसी खबर सामने आई है, जब मौत के बाद एक शख्स को एम्बुलेंस तक नसीब नहीं हो पाई. आखिरकार पत्नी को अपने पति की लाश को ठेले पर लेकर जाना पड़ा.  ठेले के पीछे मरने वाले शख्स के रिश्तेदार भी घर की ओर बढ़े और राहगीर यह नजारा देखते  रहे. लेकिन किसी ने उनकी मदद के लिए अपने हाथ आगे नहीं बढ़ाए.

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इस बीच पुलिसकर्मियों की निगाह उस ठेले पर पड़ी. उन्होंने ठेला रुकवाया और फिर फोन कर एम्बुलेंस बुलवाई. रहमदिल पुलिसकर्मियों की मदद कारगर रही. चन्द मिनट में ही एम्बुलेंस मौके पर पहुंची और मृतक का शव उसके घर पहुंचाया गया.

बताया जा रहा है कि 35 साल के संजय नामक युवक को करीब एक माह पहले एम्स में भर्ती कराया गया था. वो किसी लाइलाज बीमारी से ग्रसित था. परिवार की आर्थिक स्थिति इतनी कमजोर थी कि वो उसके इलाज के लिए कई ऐसे टेस्ट नहीं करवा पाए जो एम्स में नहीं हो पाए थे. बताया जा रहा है कि ये टेस्ट काफी महंगे होने की वजह से सुविधा एम्स में नहीं है. आखिरकार संजय ने गुरुवार की शाम दम तोड़ दिया. एम्स में शव को घर तक पहुंचाने का कोई बंदोबस्त नहीं था.

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संजय के परिजनों ने एम्स के कई डॉक्टरों और मैनेजमेंट से शव को घर तक पहुंचाने की गुहार लगाई. लेकिन कोई भी उनकी सहायता के लिए सामने नहीं आया. संजय की पत्नी के पास इतनी भी रकम नहीं थी कि वो प्राइवेट एम्बुलेंस का खर्च वहन कर सके. आखिरकार उसने ठेला किराए पर लिया और उसमें अपने पति का शव रख अपने घर की राह पकड़ ली. राह में नजारा देख रहे लोगों ने भी मानवता का परिचय नहीं दिया और किसी के भी हाथ सहायता के लिए आगे नहीं बढ़े. पुलिसकर्मियों की सहायता से मृतक संजय का शव उसके घर पहुंच सका.

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