Advertisement

तेलंगाना-छत्तीसगढ़ सीमा पर नक्सलियों का रॉकेट लॉन्चर से हमला, सुरक्षा बलों ने नाकाम की साजिश

तेलंगाना-छत्तीसगढ़ सीमा पर स्थित पूसुगुप्पा सीआरपीएफ कैंप (CRPF camp) पर नक्सलियों ने देर रात बीजीएल और रॉकेट लॉन्चर से हमला कर दिया. जवानों की सतर्कता और मुंहतोड़ जवाबी कार्रवाई के बाद नक्सली जंगल और पहाड़ियों की ओर भाग निकले. इस घटना के बाद सुकमा एसपी किरण चौहान ने जिले के सभी अंदरूनी कैंपों में अलर्ट जारी करते हुए सुरक्षा बढ़ाने के निर्देश दिए हैं.

इलाके में तैनात जवान. इलाके में तैनात जवान.
धर्मेन्द्र सिंह
  • सुकमा,
  • 26 सितंबर 2024,
  • अपडेटेड 11:06 AM IST

तेलंगाना-छत्तीसगढ़ सीमा पर स्थित पूसुगुप्पा सीआरपीएफ कैंप (CRPF camp) पर नक्सलियों ने देर रात हमला कर दिया. नक्सलियों ने तीन राउंड तक बीजीएल (बैरल ग्रेनेड लॉन्चर) और रॉकेट लॉन्चर से फायरिंग की. इस दौरान जवानों ने मोर्चा संभालते हुए नक्सलियों को जवाबी कार्रवाई में पीछे हटने पर मजबूर कर दिया. जवानों की तत्परता से नक्सली भाग खड़े हुए.

जानकारी के अनुसार, यह घटना सुकमा के किस्टाराम इलाके से लगे भद्राद्री कोठागुडेम जिले के चर्ला मंडल स्थित पूसुगुप्पा कैंप की है. यह क्षेत्र नक्सलियों के कमांडर हिड़मा की बटालियन 1 की सक्रियता वाला इलाका माना जाता है.

Advertisement

नक्सली 21 से 28 सितंबर तक 'शहीद सप्ताह' मना रहे हैं, जिसके तहत अपनी मौजूदगी दर्ज कराने के लिए उन्होंने यह हमला किया. हालांकि जवानों की मुस्तैदी ने नक्सलियों की तैयारी को विफल कर दिया.

यह भी पढ़ें: बारूद, डेटोनेटर, कॉर्डेक्स वायर के साथ 8 नक्सली गिरफ्तार, बड़े घटना को अंजाम देने की थी तैयारी

जवान लगातार इस क्षेत्र में नक्सलियों के जनाधार को कमजोर कर रहे हैं. कई इलाकों में नए कैंप बनाकर उनकी गतिविधियों पर कड़ी नजर रख रहे हैं. नक्सलियों की ओर से लगातार हमलों की साजिश की जा रही है, लेकिन सुरक्षाबलों की रणनीति और सशक्त जवाबी कार्रवाई ने उन्हें कमजोर बना दिया है. हमले के बाद सुकमा एसपी किरण चौहान ने जिले के सभी कैंपों में अलर्ट जारी कर दिया है.

उन्होंने कहा कि नक्सलियों ने पूसुगुप्पा कैंप पर बीजीएल और रॉकेट लॉन्चर से हमला किया, लेकिन जवानों की जवाबी कार्रवाई के बाद वे भाग गए. सुरक्षा के मद्देनजर सभी कैंपों को सतर्क रहने के निर्देश दिए गए हैं. एसपी ने कहा कि जवानों की सतर्कता और त्वरित कार्रवाई के कारण नक्सली अपने मंसूबों में सफल नहीं हो सके और सभी जवान पूरी तरह से सुरक्षित हैं.

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement