कोरोना संकट के बीच 169 दिन के बाद दिल्ली मेट्रो चली. आज यानी 7 सितंबर से सिर्फ येलो लाइन (समयपुर बादली से हुडा सिटी सेंटर) शुरू हुई. सुबह 7 बजे से हुडा सिटी सेंटर से समयपुर बादली के लिए मेट्रो रवाना हुई. इससे दिल्लीवासियों को एक राहत मिली है, लेकिन इसमें भी यात्रा करने के कई नियम लागू किए हैं. दिल्ली में करोना वायरस दिन पर दिन फैलता जा रहा है. ऐसे में प्रशासन तमाम तरह की सावधानी बरत रहा है.
मेट्रो में सफर करते समय यात्रियों को कई खास बातों का ध्यान रखना होगा. दिल्ली सरकार ने स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर (SOP) तैयार किया है. तमाम प्रोटोकॉल को ध्यान में रखते हुए मेट्रो का परिचालन किया गया है. जिससे यात्रियों को किसी तरह की कोई दिक्कत न हो.
मेट्रो स्टेशन के बाहर, एंट्री से पहले सैनिटाइजर की व्यवस्था की गई है. यात्रियों की थर्मल स्क्रीनिंग की जा रही है. टोकन के इस्तेमाल पर पूरी तरह से रोक है. इससे वायरस के फैलने का खतरा ज्यादा है. मेट्रो कार्ड इस्तेमाल करने वाले यात्रियों को ही सफर की इजाजत है.
टिकट काउंटर पर स्मार्ट कार्ड या मेट्रो कार्ड खरीदे जा सकते हैं. मेट्रो कोच के अंदर एक मीटर की दूरी पर बैठना जरूरी होगा. साथ ही मेट्रो कोच के अंदर एयर कंडीशन कंट्रोल किया जाएगा. नई गाइडलाइन्स के तहत एसी में ताजी हवा की मात्रा ज्यादा होगी.
मेट्रो स्टेशन, प्लेटफॉर्म और मेट्रो कोच के अंदर भीड़ न हो, इसलिए मेट्रो स्टाफ, पुलिस और सिविल डिफेंस वॉलंटियर्स की तैनाती होगी. मेट्रो में एंट्री के समय सोशल डिस्टेंसिंग का पालन और मास्क पहनना अनिवार्य होगा, ऐसा न करने पर मेट्रो अधिकारियों या पुलिस को फाइन लगाने का अधिकार है. इसके अलावा सिविल वॉलंटियर्स की मदद से भीड़ को कंट्रोल किया जाएगा.
इसके अलावा थर्मल स्क्रीनिंग के दौरान यात्री का तापमान अधिक पाए जाने पर, दिल्ली मेट्रो में सफर करने की अनुमति नहीं मिलेगी. वहीं कंटेनमेंट जोन में मेट्रो स्टेशन नहीं खोले जाएंगे और न ही बंद स्टेशन पर मेट्रो रुकेगी.
मेट्रो में सफर के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना बेहद जरूरी होगा. मेट्रो कोच में एक मीटर की दूरी पर ही यात्री सफर कर पाएंगे और किस सीट पर बैठना है और किस सीट पर नहीं, इसके लिए बकायदा मार्किंग भी की जाएगी.