
दिल्ली पुलिस ने दो ट्रैवल एजेंटों को फर्जी पोलैंड वीज़ा बनाने के आरोप में गिरफ्तार किया है. उदयपाल सिंह (42) और तजिंदर (51) नाम के आरोपियों को तब पकड़ा गया जब दो यात्री फर्जी वीज़ा के साथ दुबई से डिपोर्ट होकर भारत लौटे थे.
न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट के मुताबिक उत्तर प्रदेश के रहने वाले सौरव कुमार और सुमित कुमार पोलैंड जाने की कोशिश में थे. वो दुबई के रास्ते यात्रा कर रहे थे, लेकिन दुबई एयरपोर्ट पर उनके ट्रैवल डॉक्युमेंट्स फर्जी पाए गए. अधिकारियों ने उन्हें वहीं रोक लिया और डिपोर्ट कर भारत वापस भेज दिया.
इस मामले की जांच के दौरान, पुलिस ने मुख्य एजेंट परमजीत सिंह को गिरफ्तार किया, जिसने पूछताछ में उदयपाल और तजिंदर के नाम उजागर किए. इसके बाद पुलिस ने इन दोनों को भी हिरासत में ले लिया.
पहले भी हो चुकी है गिरफ्तारी
जांच में पता चला कि उदयपाल पहले भी 2024 में फर्जी वीज़ा मामले में गिरफ्तार हो चुका था. वह दिल्ली में एक प्रिंटिंग प्रेस चलाता था, जहां से फर्जी वीज़ा बनाए जाते थे. तजिंदर उसका सहयोगी था और भोले-भाले यात्रियों को गुमराह कर भारी रकम लेकर उन्हें फर्जी वीज़ा मुहैया कराता था.
10 लाख रुपये तक वसूलते थे आरोपित
पुलिस अधिकारियों के अनुसार, यह गिरोह हर यात्री से 10 लाख तक की रकम वसूलता था. पूछताछ में उदयपाल ने अब तक 11 फर्जी वीज़ा तैयार करने की बात कबूल की. उसने बताया कि आर्थिक तंगी के चलते वह इस अवैध धंधे में शामिल हुआ और अन्य एजेंटों के साथ मिलकर नकली ट्रैवल डॉक्युमेंट्स तैयार करने लगा. तजिंदर ने भी अपने अपराध को स्वीकार कर लिया है. फिलहाल, पुलिस पूरे नेटवर्क की गहन जांच कर रही है और अन्य संभावित आरोपियों की तलाश जारी है.