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दिल्ली में मोबाइल चोर गैंग का पर्दाफाश, तस्कर बांग्लादेश में ऊंचे दामों पर बेचते थे चोरी के फोन

दिल्ली में पुलिस ने मोबाइल चोरों के ऐसे गैंग का पर्दाफाश किया है जो यहां से मोबाइल चोरी कर उसे बांग्लादेश भेज देते था जहां उसे ऊंची कीमतों पर बेचा जाता था. चोरी के मोबाइल फोन की डिलीवरी लेने आए एक शख्स के साथ पुलिस ने कुल तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है. उनसे सैकड़ों चोरी के मोबाइल फोन बरामद किए गए हैं.

यह मेटा एआई जेनरेटेड सांकेतिक तस्वीर है यह मेटा एआई जेनरेटेड सांकेतिक तस्वीर है
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 16 सितंबर 2024,
  • अपडेटेड 5:26 PM IST

देश की राजधानी दिल्ली में अलग-अलग लोगों से चोरी किए गए मोबाइल को बांग्लादेश में बेचने के आरोप में पुलिस ने तीन लोगों को गिरफ्तार किया है. दिल्ली पुलिस के अधिकारियों ने सोमवार को कहा कि चोरी के मोबाइल फोन की बांग्लादेश में तस्करी करने के आरोप में तीन लोगों को पकड़ा गया है.

न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट के मुताबिक पुलिस ने कहा कि उनकी गिरफ्तारी से दिल्ली में दर्ज 10 चोरी के मामले सुलझ गए और उनके कब्जे से 60 हाई वैल्यू मोबाइल फोन बरामद हुए है. पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों की पहचान मोरजेन हुसैन (35), मिठू शेख (28) और मोहम्मद असिक (26) के रूप में हुई है.

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बांग्लादेश में बेचते थे चोरी का मोबाइल फोन

पुलिस ने कहा कि जांच से पता चला है कि चोरी के मोबाइल फोन भारत से बांग्लादेश जैसे देशों में तस्करी के जरिए भेजे जा रहे थे, जहां ये मोबाइल फोन ग्रे मार्केट में बेचे जाते थे. पुलिस उपायुक्त राकेश पावरिया ने कहा, 'एक गुप्त सूचना मिली थी कि तीन संदिग्ध मोरजेन हुसैन, मिठू शेख और असिक बड़ी मात्रा में चोरी के मोबाइल फोन ले जा रहे हैं. एक टीम बनाई गई और उन्हें न्यू सीमापुरी इलाके में एक किराए के घर से पकड़ लिया गया.'

पुलिस ने कहा कि हुसैन और मिठू शेख ने खुलासा किया कि उन्होंने सीमापुरी से रिहान और साकिर नाम के अपने सहयोगियों से चोरी के मोबाइल फोन खरीदे और इन चोरी के मोबाइल फोन को पश्चिम बंगाल में मासूम नाम के अपने सहयोगी को बेच दिया.

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उन्होंने कहा, 'चोरी किए गए इन मोबाइल फोनों को बांग्लादेश में बेचा जाता है. आरोपी मोहम्मद असिक इन फोनों की डिलीवरी लेने आया था. उन्होंने कहा कि वे अब तक बांग्लादेश में लगभग 800 से 900 मोबाइल फोन की आपूर्ति कर चुके हैं.

पुलिस ने कहा कि आरोपी हुसैन को एनआईए ने भारत-बांग्लादेश सीमा पर पाकिस्तान से मिले 500 रुपये और 1000 रुपये के नकली भारतीय नोटों की तस्करी के मामले में गिरफ्तार किया था. जेल से बाहर आने के बाद, उसने चोरी के मोबाइल फोन का सौदा करना शुरू कर दिया.

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