
दिल्ली में प्लॉट के फर्जी कागजात के जरिए एक व्यक्ति से 85 लाख रुपये की ठगी के मामले में पुलिस ने तीन लोगों को गिरफ्तार किया है. इन आरोपियों ने फर्जी जमीन दस्तावेज तैयार कर एक व्यक्ति को ठगा था.
न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट के मुताबिक गिरफ्तार किए गए आरोपियों की पहचान मदन मोहन शर्मा (61), दीपक (40) और अनिल कुमार (46) के रूप में हुई है. यह मामला तब सामने आया जब 15 जुलाई, 2023 को सरोजिनी नगर पुलिस स्टेशन में एक प्राथमिकी दर्ज की गई थी.
बनाई गई थी नकली लैंड डीड
दक्षिण-पश्चिम जिले के उपायुक्त सुरेंद्र चौधरी ने बताया कि यह शिकायत सब-रजिस्ट्रार द्वारा की गई थी, जिसमें फर्जी दस्तावेजों का उपयोग कर धोखाधड़ी का आरोप लगाया गया था.
डीसीपी के अनुसार, 'जांच के दौरान पाया गया कि एक भूखंड के लिए फर्जी डीड संजय माथुर के नाम पर तैयार किया गया था. जब माथुर इस दस्तावेज के आधार पर भूखंड का पंजीकरण कराने के लिए सब-रजिस्ट्रार के कार्यालय पहुंचे, तो दस्तावेज को फर्जी पाया गया.'
डीडीए कर्मचारी बनकर लगाया चूना
माथुर ने बताया कि अनिल कुमार और दीपक ने मदन मोहन और प्रदीप के साथ मिलकर एक आपराधिक साजिश रची थी. इन लोगों ने खुद को दिल्ली विकास प्राधिकरण (DDA) का कर्मचारी बताया और माथुर से कहा कि वो उन्हें एक डीडीए प्लॉट दिलवा सकते हैं. इसके बदले उन्होंने उनसे 85 लाख रुपये लिए.
पुलिस ने अनिल कुमार, मदन मोहन और दीपक को इस धोखाधड़ी के सिलसिले में गिरफ्तार कर लिया, जबकि चौथे आरोपी प्रदीप की तलाश जारी है. पूछताछ में अनिल कुमार ने खुलासा किया कि वो डीडीए के छोड़े हुए भूखंडों की पहचान कर उन पर फर्जी दस्तावेज तैयार करते थे. वो खुद को डीडीए कर्मचारी बताकर संभावित खरीदारों से विश्वास जीतते थे. पुलिस अब इस मामले की आगे की जांच कर रही है.