
देश भर में अबतक 329 डॉक्टरों की कोरोना की वजह से मौत हो चुकी है. उन्होंने बताया कि इस आंकड़े में सबसे ज्यादा डॉक्टर बिहार से हैं. जहां 80 डॉक्टरों की मौत हो चुकी है. वहीं दिल्ली में अबतक 73 और उत्तर प्रदेश में 41 डॉक्टर कोरोना संक्रमण में अपनी जान गंवा चुके हैं.
आईएमए का कहना है कि सभी 329 डॉक्टरों की लिस्ट उन्होंने देशभर में मौजूद अपनी अलग-अलग ब्रांच से एकत्रित की हैं. हालांकि उन्होंने इस मामले को संवेदनशील बताते हुए किसी भी डॉक्टर का नाम बताने से इनकार किया है.
उन्होंने टीकाकरण को लेकर कहा कि हम सभी के टीकाकरण की स्थिति को लेकर आश्वस्त नहीं हैं, लेकिन यह जरुर कह सकते हैं कि आंकड़ों के अनुसार हम पूरी तरह से टीकाकरण नहीं कर पा रहे हैं.
किस राज्य में कितने डॉक्टरों की मौत
1- आंध्र प्रदेश - 22
2- असम - 03
3- बिहार - 80
4- छत्तीसगढ़ - 03
5- दिल्ली - 73
6- गुजरात - 02
7- गोवा - 02
8- हरियाणा - 02
9- जम्मू-कश्मीर - 03
10- कर्नाटक - 08
11- केरल - 03
12- मध्य प्रदेश - 06
13- महाराष्ट्र - 14
14- उड़ीसा - 14
15- पुड्डुचेरी- 01
16- पंजाब - 01
17- तमिल नाडु - 11
18- तेलंगाना - 20
19- त्रिपुरा - 02
20- उत्तर प्रदेश - 41
21- उत्तराखंड - 02
22- पश्चिम बंगाल - 15
23- अज्ञात- 01
आईएमए ने कहा कि यह डाटा न केवल मृत्यु की तारीख पर आधारित है, बल्कि हमें प्राप्त होने वाले डाटा पर आधारित है. औसतन हम प्रतिदिन 20 डॉक्टरों को खो रहे हैं, इसमें सरकारी, निजी और मेडिकल कॉलेज सभी शामिल हैं.
कोरोना के घटते आंकड़ों में मौते ज्यादा कैसे?
भारत में 18 अप्रैल को 1620 मौतें दर्ज की गई, उसके बाद से ये संख्या लगातार बढ़ी है. 18 मई को देश में 45 सौ से अधिक मौत दर्ज की गई, जो अबतक का रिकॉर्ड था. लेकिन 20 मई को एक बार फिर 4 हज़ार से नीचे आंकड़ा पहुंचा है. ऐसे में सवाल है कि आखिर ऐसा क्यों है कि केस कम होने के बावजूद भी कोविड से हो रही मौतों की संख्या अभी अधिक ही है, एक्सपर्ट्स, ने इस सवाल का जवाब दिया है.
एक्सपर्ट्स की मानें तो, 'भारत में अभी ही कोविड के मामलों में रिकवरी शुरू हुई है, जबकि मौतों की संख्या बराबर शुरू हो रही है. ऐसे में एक्सपर्ट्स के मुताबिक, इस ट्रेंड को ठीक होने में 15 दिन का वक्त लगेगा. क्योंकि अब जो कम संख्या सामने आ रही है, उस संक्रमित व्यक्ति को ठीक होने में 15 दिन का वक्त लगता है, इतने ही वक्त में अगर उसकी हालत बिगड़ती है तो मौत भी हो सकती है, ऐसे में बड़े स्तर पर आंकड़े में ये दो हफ्ते बाद ही रिफ्लेक्ट करेगा.'