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पुरानी फिल्मों की तरह आधे फटे नोट, कोड वर्ड से डिलीवरी... दिल्ली में जब्त 7600 करोड़ की ड्रग्स पर बड़े खुलासे

दिल्ली में पकड़ी गई हजारों करोड़ की ड्रग्स के मामले में बड़ा खुलासा हुआ है. कोकीन के कंसाइनमेंट की डिलीवरी पुरानी फिल्मों की तरह कोड वर्ड, फटे नोट और उनके नंबर के जरिए होती थी. इसके अलावा कार्टेल के हर सदस्य का काम और हिस्सा विदेश में बैठा आका तय करता था. दिल्ली आई कोकीन को दो बार पैक किया गया था.

कोकीन को नमकीन के पैकेट में पैक किया गया था कोकीन को नमकीन के पैकेट में पैक किया गया था
हिमांशु मिश्रा
  • नई दिल्ली ,
  • 11 अक्टूबर 2024,
  • अपडेटेड 5:19 PM IST

दिल्ली में पकड़ी गई हजारों करोड़ की ड्रग्स के मामले में कई बड़े चौंकाने वाले खुलासे हो रहे हैं. दिल्ली पुलिस के मुताबिक गैंग के ज्यादातर सदस्य एक-दूसरे को पहचानते तक नहीं थे. कोकीन के कंसाइनमेंट की डिलीवरी पुरानी फिल्मों की तरह कोड वर्ड, फटे नोट और उनके नंबर के जरिए होती थी. साथ ही कोड वर्ड में क्वांटिटी और लोकेशन छुपी होती थी. विदेश से दिल्ली में दो बार कोकीन का कंसाइनमेंट आया था. 

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इसके अलावा कार्टेल के हर सदस्य का काम और हिस्सा विदेश में बैठा आका तय करता था. दिल्ली आई कोकीन को दो बार पैक किया गया था. जिससे पुलिस को धोखा दिया जा सके. कार्टेल के लोग आपस में बात करने के लिए पेड ऐप का इस्तेमाम करते थे. आरोपी तुषार गोयल ने दो बार दिल्ली एनसीआर कोकीन की डिलीवरी ली थी.

कोकीन को दिल्ली में दो बार पैक किया गया था

जानकारी के मुताबिक दिल्ली में 760 किलो कोकीन को अलग-अलग जगहों पर दो बार पैक किया गया था ताकि उसके असली स्रोत को छिपाया जा सके.  गुरुवार को जब्त की गई 200 किलो कोकीन भी तुषार गोयल के महिपालपुर गोदाम में शिफ्ट की जानी थी. लेकिन गुप्त सूचना के आधार पर पुलिस ने उसे रमेश नगर इलाके से पकड़ लिया था. 200 किलोग्रामा ड्रग्स को नमकीन के पैकेट में छुपाकर रखा गया था. अंतर्राष्ट्रीय बाजार में जिसकी कीमत 2 हजार करोड़ रुपये बताई जा रही है.   

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दिल्ली पुलिस अब तक बरामद हुई इस ड्रग्स की खेप के स्रोत का पता नहीं लगा पाई है. रिसीवर्स को खेप लेने के लिए नोटों के नंबर और कोड दिए गए थे, साथ ही पिकअप लोकेशन की जानकारी भी दी गई थी. तुषार गोयल ने ड्रग्स की खेप एनसीआर में दो अलग-अलग जगहों से उठाई थी. वीरेंद्र बसोया और तुषार गोयल एक दूसरे से पेड ऐप के जरिए संपर्क में थे.

वीरेंद्र बसोया और तुषार गोयल पेड ऐप से बात करते थे

7 हजार 600 करोड़ की ड्रग्स रिकवरी केस में पुलिस के हाथ कुछ ऐसे सबूत लगे हैं, जिनसे पता लगा है कि ये कार्टेल कितनी सफाई से अपना काम कर रहा था. पुलिस और एजेंसियों की नजर से बचने के लिए विदेश में बैठा कार्टेल का सरगना वीरेंद्र बैसोया पेड ऐप के जरिए तुषार गोयल से बात करता था.

दिल्ली पुलिस को इतना तो पता था कि तुषार का किताबों का एक गोदाम महिपालपुर में है लेकिन वहां इतनी बड़ी मात्रा में तुषार ने कोकीन छिपा रखी है इसकी जानकारी नहीं थी. तुषार खुद गोदाम पर नहीं जाया करता था. पुलिस को इस बात का यकीन था कि अगर तुषार को ड्रग्स की डिलीवरी करनी होगी तो खुद जाएगा. 

पुलिस तुषार गोयल पर नजर रख रही थी

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2 अक्टूबर को दिल्ली पुलिस को पता लगा कि तुषार अपने दो साथियों के साथ महिपालपुर के अपने गोदाम पर पहुंचा है. जिसके बाद दिल्ली पुलिस ने उसे गोदाम पर ही पकड़ लिया और जब पुलिस ने गोदाम की छानबीन की तो पता चला कि कपड़ों के पैकेट के अंदर कोकीन को रखा गया था और फिर उस कोकीन को कार्टन के अंदर छुपाया गया था.  कुल 23 कार्टन के अंदर से पुलिस ने 560 किलो कोकीन महिपालपुर के गोदाम से बरामद की थी. 

महिपालपुर से हुई थी चार गिरफ्तारी

दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने मौके से ही तुषार और उसके दो सहयोगियों हिमांशु और औरंगजेब को गिरफ्तार कर लिया और उसी वक्त वहां पर मुंबई के कुर्ला से भरत जैन नाम का एक शख्स पहुंचा जिसके पास फटे हुए नोट का एक टुकड़ा था. उसे 15 किलो कोकीन की डिलीवरी मिलनी थी. पुलिस ने भरत को भी मौके से ही गिरफ्तार कर लिया था. तीन चार गिरफ्तारियां से ही साफ हो गया था यह कार्टेल कोई मामूली नहीं है क्योंकि डिलीवरी के वक्त भारत के पास कोई पैसा नहीं था बल्कि फटे हुए नोट का एक टुकड़ा था और एक कोड वर्ड था.

कोकीन मामले में अब तक सात आरोपी गिरफ्तार

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दिल्ली पुलिस को जांच आगे बढ़ने पर पता लगा कि इस कार्टेल को विदेश में बैठकर वीरेंद्र बसोया नाम का शख्स चल रहा है. इसी दौरान पुलिस ने अमृतसर से जिमी, हापुड़ से अखलाक और चेन्नई से शफी को गिरफ्तार किया.  जिस वक्त पुलिस ने जिमी को गिरफ्तार किया उसे वक्त वह इंग्लैंड भगाने के फिराक में था. 

नमकीन के पैकेट में में मिली थी 200 किलो कोकीन 

पुलिस को इस बात के संकेत मिल गए थे कि जो कोकीन महिपालपुर से बरामद हुई है वह हिंदुस्तान लाई गई कुल कोकीन का एक हिस्सा है. जिसे बड़े अच्छे तरीके से कहीं पर रिपैके किया गया था और महिपालपुर में छुपाया गया था. इन्वेस्टिगेशन के दौरान पुलिस को पश्चिमी दिल्ली के रमेश पार्क इलाके के गोदाम के बारे में पता चला और जब पुलिस की टीम वहां पहुंची तो वहां से पुलिस ने नमकीन के पैकेट में छुपाई गई 200 किलो कोकीन बरामद की. 

पुलिस मामले की गहारई से जांच में जुटी

इतनी बड़ी खेप कोकीन की किस रास्ते हिंदुस्तान पहुंची इस बात का पुलिस पता लगाने की कोशिश कर रही है. लेकिन पुलिस को यह पता लग गया है कि देश में आने के बाद कोकीन की आरोपियों ने री पैकेजिंग की. कहीं नमकीन के पैकेट में तो कहीं शर्ट के पैकेट में छुपाया गया था.  लोगों के बीच में इस तरीके से रखा गया कि किसी को शक ना हो.  पुलिस को उम्मीद है कि आने वाले वक्त में इस कार्टेल से जुड़े और आरोपियों की न सिर्फ गिरफ्तारी होगी बल्कि और कोकीन की बरामदगी भी होगी. साथ ही पुलिस कार्टेल के सरगना को देश लाने की भी तैयारी में जुट गई है.

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