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दिल्ली जल बोर्ड के फंड पर राजनीति तेज, AAP ने लगाया साजिश का आरोप, बीजेपी बोली- ऑडिट कब कराओगे?

दिल्ली जल बोर्ड की पाइपलाइन करीब 16 हजार किलोमीटर है. लेकिन दिल्ली की सर्दी अभी ठीक से पड़ी भी नहीं कि पानी पर हंगामा खड़े हो गया. जल मंत्री आतिशी ने फंड की कमी का हवाला दिया और चेतावनी दी है कि जल्द ही दिल्ली में बड़ा जल संकट खड़ा होने को है. इस बाबत उन्होंने एलजी को एक नोट भी लिखा.

दिल्ली जल बोर्ड के फंड को लेकर आम आदमी पार्टी और बीजेपी आमने-सामने है दिल्ली जल बोर्ड के फंड को लेकर आम आदमी पार्टी और बीजेपी आमने-सामने है
राम किंकर सिंह
  • नई दिल्ली,
  • 21 नवंबर 2023,
  • अपडेटेड 11:18 PM IST

100 साल पुराने इंफ्रा के लिहाज से दिल्ली जल बोर्ड यूं ही नहीं शहर की लाइफलाइन कहा जाता है. 24 घंटे दिल्ली वासियों को पीने का पानी मुहैय्या हो, इसके लिए हर घंटे दिल्ली के किसी ना किसी कोने में जलबोर्ड का काम चलता रहता है. दिल्ली जल बोर्ड की पाइपलाइन करीब 16 हजार किलोमीटर है. लेकिन दिल्ली की सर्दी अभी ठीक से पड़ी भी नहीं कि पानी पर हंगामा खड़े हो गया. जल मंत्री आतिशी ने फंड की कमी का हवाला दिया और चेतावनी दी है कि जल्द ही दिल्ली में बड़ा जल संकट खड़ा होने को है. इस बाबत उन्होंने एलजी को एक नोट भी लिखा.

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दिल्ली के वाइस चेयरमैन ने ट्विटर पर लिखा कि 15.11.2023 को मैं व्यक्तिगत रूप से उपराज्यपाल से मिला और उन्हें दिल्ली जल बोर्ड की वित्तीय स्थिति से अवगत कराया और बताया कि कैसे वित्त विभाग दिल्ली विधानसभा द्वारा विधिवत स्वीकृत बजट की दूसरी वैध किस्त जारी नहीं कर रहा है और कैसे दिल्ली जल बोर्ड में हर काम रुक गया है. मैंने आधिकारिक दस्तावेज सौंपे थे जो दिखाते हैं कि जलबोर्ड के पास न तो धन है और न ही बजट और मैंने हाथ जोड़कर उनसे हस्तक्षेप करने का अनुरोध किया था. अब जब माननीय जल मंत्री आतिशी ने भी उन्हें आधिकारिक रूप से अवगत करा दिया है, तो उम्मीद है कि वह हस्तक्षेप करेंगे और मुख्य सचिव को रूकी हुई धनराशि जारी करने का निर्देश देंगे.

जल बोर्ड के वीसी और मालवीय नगर से विधायक सोमनाथ भारती ने आजतक को बताया कि सर्विसेज डिपार्टमेंट जब से एलजी के हाथ में गया है तभी से अफसर नही सुन रहे. असल में दिल्ली जल बोर्ड के काम को रोककर दिल्ली के लोगों में आप सरकार के खिलाफ नाराजगी फैलाने की साजिश है. ताकि दिल्ली की आम आदमी पार्टी सरकार को खत्म किया जा सके."

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जलबोर्ड के फंड का ये है पेंच

दिल्ली जलबोर्ड में अलग-अलग कैटिगरी में करीब 33 हेड हैं. लेकिन एक हेड का पैसा दूसरे मद में नहीं खर्चा किया जा सकता है. दिल्ली सरकार 910 करोड़ रुपये की डिमांड कर रही है जो कि अभी तक बकाया हैं. दिल्ली जल बोर्ड का बजट 4839 करोड़ रुपये का है, सीवर और वाटर हेड को मिलाकर पहली किस्त के कुल 1598 करोड़ रुपये में से सिर्फ 31 अक्टूबर तक 1423 करोड़ रूपए ही मिले हैं.

आपको बता दें कि बीते दिनों दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने आरोप लगाया  और दावा किया कि 2015 में एक नवरत्न कम्पनी के रूप में देखे जाने वाला दिल्ली जल बोर्ड आज 2023 में लगभग 70 हजार करोड़ रुपये के घाटे में चल रहा है और जल मंत्री आतिशी का एलजी को लिखा गया नोट सिर्फ मुद्दा डायवर्ट करना है .

रिलीज से पहले पैसे का हिसाब तो दे दो: बीजेपी

दिल्ली बीजेपी मंत्री हरीश खुराना ने आतिशी के दावे को झूठ बताया और कहा कि 4839 करोड़ का बजट है दिल्ली जल बोर्ड का और दावा किया कि 62 प्रतिशत पैसा 3021 करोड़  दिल्ली जल बोर्ड को रिलीज भी हो चुका है. 900 करोड़ का बैलेंस बचा है. मार्च तक आने में 5 महीने बाकी है आखिर पैसे खर्च करने की जल्दी क्या है?  कई हेड में पैसा अभी तक इस्तेमाल नही हुआ और ना ही इसकी कोई डिमांड की गई है. पैसे को कहीं सिफन ऑफ किया जा रहा है क्योंकि 2015 से लेकर आज तक दिल्ली जलबोर्ड के बैलेंस शीट आडिट नहीं हुआ. बोर्ड भ्रष्टाचार का अड्डा बन चुका है.

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