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कत्ल, कोरोना, जेल और पैरोल, गर्लफ्रेंड ने कर ली शादी तो प्रेमी ने बाहर आकर दी खौफनाक सजा

दिल्ली में कत्ल की एक ऐसी वारदात हुई जिसके पीछे की कहानी आप जानेंगे तो हैरान रह जाएंगे. गर्लफ्रेंड के लिए उसका आशिक हत्यारा बन गया. बाद में आखिर ऐसा क्या हुआ कि कोरोना में मिले पैरोल का फायदा उठाकर आशिक ने एक साजिश रची और फिर अपने हाथों से सब खत्म कर दिया.

aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 08 अप्रैल 2023,
  • अपडेटेड 9:58 PM IST

दिल्ली में इश्क के चक्कर में हत्या की एक ऐसी वारदात सामने आई है जो आपको चौंका देगी. जिस आशिक ने अपनी गर्लफ्रेंड की जरूरतों को पूरा करने के लिए अपहरण और हत्या तक को अंजाम दिया उसी ने जेल से बाहर आकर अपनी प्रेमिका को भी मौत के घाट उतार दिया.

ये कहानी है दीपक नाम के उस शातिर शख्स की जिसने कोरोना काल के दौरान मिले पैरोल का फायदा उठाया और करीब 10 साल बाद जेल से बाहर आते ही प्रेमिका का कत्ल कर दिया. दीपक ने अपनी प्रेमिका का कत्ल सिर्फ इसलिए कर दिया क्योंकि उसके जेल में रहने के दौरान महिला ने कहीं और शादी कर ली.

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इस हत्या की वारदात को लेकर दिल्ली पुलिस ने शनिवार को बताया कि महामारी के दौरान पैरोल पर जेल से बाहर आए शख्स ने प्रेमिका की हत्या कर दी थी. पुलिस के मुताबिक मंगोलपुरी निवासी दीपक ने अपनी प्रेमिका को सुल्तानपुरी के एक होटल में मिलने बुलाया था.

प्रेमिका जब होटल के कमरे में दीपक से मिलने पहुंची तो उसने चाकू से उसका गला रेत दिया. इसके बाद हत्या का आरोपी दीपक वहां से फरार हो गया था. पुलिस ने उसे पकड़ने के लिए उस पर  50,000 रुपये के इनाम की घोषणा की थी. 

काफी समय तक फरार रहने के बाद आखिरकार आरोपी दीपक पुलिस के हत्थे चढ़ ही गया. उसे मंगोलपुरी के आर-ब्लॉक, सब्जी मंडी से गिरफ्तार कर लिया गया. पूछताछ के दौरान उसने पुलिस को बताया कि गिरफ्तारी से बचने के लिए वह बार-बार अपना पता बदलता था.

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2010 में दीपक ने की थी पहली हत्या

शातिर दीपक पुलिस से बचने के लिए पांच राज्यों बिहार, असम, ओडिशा, पश्चिम बंगाल, आंध्र प्रदेश और उत्तर प्रदेश में लोकेशन बदलकर रहता था. दीपक को इससे पहले 2010 में एक डॉक्टर के बेटे के अपहरण और हत्या के मामले में गिरफ्तार किया गया था.

पुलिस ने बताया कि दीपक का एक महिला से संबंध था. उसकी मांगों को पूरा करने के लिए, उसने और उसके चार साथियों ने रोहिणी में एक आयुर्वेदिक डॉक्टर के बेटे का अपहरण कर लिया था. आरोपियों ने 20 लाख रुपये की फिरौती मांगी थी.

प्रेमिका ने किसी और से की शादी तो कर दी हत्या

मांग पूरी नहीं होने पर उन्होंने लड़के की हत्या कर दी थी और शव को हरियाणा के करनाल में फेंक दिया था. निचली अदालत ने दीपक और उसके साथियों को इस मामले में आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी. पुलिस ने कहा कि उसे अगस्त 2020 में कोरोना महामारी के दौरान पैरोल पर रिहा किया गया था.

पुलिस ने कहा कि रिहा होने के बाद उसे अपनी प्रेमिका के बारे में पता चला जिसने शादी कर ली थी. दीपक ने इसी महिला के लिए डॉक्टर के बेटे का अपहरण किया था. महिला के धोखा देने के बाद दीपक ने जेल से बाहर आकर उसकी हत्या कर दी.

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