
लोकसभा चुनाव की वोटों की गिनती को लेकर आम आदमी पार्टी मुख्यालय में पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव और राज्यसभा सांसद संदीप पाठक ने सोमवार को काउंटिंग एजेंटों को ट्रेनिंग दी. संदीप पाठक ने एजेंट्स को कहा कि सभी को सुबह 6 बजे तक अपने-अपने मतगणना केंद्र पर पहुंच जाना है. जब तक एक-एक वोट की गिनती नहीं हो जाती तब तक किसी भी एजेंट को मतगणना केंद्र छोड़कर नहीं जाना है. मतगणना के दौरान अगर काउंटिंग एजेंट को किसी भी तरह का कोई शक होता है तो उसे तुरंत अपनी शिकायत रिटर्निंग ऑफिसर के पास दर्ज करानी है. किसी भी हाल में काउंटिंग एजेंट को चुप नहीं रहना है. काउंटिंग एजेंट को हर ईवीएम मशीन का नंबर और मशीन को खोलने का समय जरूर मैच करना है. उनको एक-एक वोट की गिनती पर कड़ी नजर बनाए रखनी है.
राज्यसभा सांसद संदीप पाठक ने आगे कहा कि चुनाव आयोग के दिशा निर्देश के अनुसार सबसे पहले पोस्टल बैलट की गिनती की जाएगी. यदि पोस्टल बैलट की गिनती को बाद में करने का प्रयास हो तो तुरंत अपनी आपत्ति दर्ज करानी है और सबसे पहले पोस्टल बैलट की गिनती करवाने पर जोर देना है. पोस्टल बैलट की पर्ची में कोई भी गड़बड़ी हो तो तुरंत आपत्ति दर्ज कराएं और उसे अवैध दर्ज कराएं. हर ईवीएम मशीन की जांच अच्छे तरीके से करनी है.
इन बातों का ध्यान रखने के निर्देश
एजेंट को यह भी चेक करना है कि बैलट यूनिट के बॉक्स की सील के साथ कोई छेड़खानी तो नहीं की गई है. उसका नंबर और डाटा, शीट से मेल खा रहा है या नहीं यह भी चेक करना है. ईवीएम मशीन में मतदान की तारीख और मतगणना की तारीख को चेक करना है और उसे अपनी शीट में लिख लेना है. ईवीएम मशीन में मतदान शुरू होने से लेकर मतदान खत्म होने तक का समय चेक करना है.
सोमनाथ भारती ने बताई शक की वजह
वहीं ट्रेनिंग में मौजूद लोकसभा प्रत्याशी सोमनाथ भारती ने कहा कि हम सबके अंदर एक शक आ गया है कि जिस तरीके से पूरे देश और दिल्ली में मतदान हुआ है एग्जिट पोल उसके उलट दिखाए जा रहे हैं. इसीलिए हमने यह फैसला लिया है कि अपने काउंटिंग एजेंट को हर परिस्थिति के लिए तैयार करना है. काउंटिंग के दौरान होने वाली तकनीकी चीजों के बारे में एजेंटों को अवगत कराया गया है.
काउंटिंग एजेंटों को यह सुनिश्चित करना है कि जो ईवीएम बॉक्स खुले हैं वह बॉक्स उसी बूथ के होने चाहिएं. काउंटिंग एजेंट को कंट्रोल यूनिट, बैलट यूनिट और वीवीपेट यूनिट का नंबर भी मिलाना है. कब वह बॉक्स आखिरी बार खुला था और कब आखिरी बार बंद किया गया है इन सारी चीजों को चेक करना है. 17C फार्म पर जो जानकारी दी गई है उसका मिलान करना है. हमने हर प्रकार से अपने काउंटिंग एजेंट को इन सब चीजों के लिए तैयार किया है.
सोमनाथ भारती ने आगे कहा कि हमने अपने काउंटिंग एजेंट को यह सुनिश्चित करने के लिए कहा है कि किसी भी तरह की कोई चूक नहीं होनी चाहिए. ट्रेनिंग एजेंट को किसी भी तरीके से गलत बात को नहीं मानना है. अगर आपकी ईवीएम के नंबर का मिलान नहीं हो रहा है तो तुरंत अपनी आपत्ति दर्ज कराएं. जो ईवीएम मशीन खुल रही है उसकी सील के साथ कोई छेड़खानी तो नहीं की गई है? जब मशीन को खोला जाएगा तो उसकी टाइमिंग का मिलान करना है. जब आप पोलिंग बूथ पर थे उस वक्त जिस ईवीएम को सील किया गया था उसका और काउंटिंग के दिन खोली गई ईवीएम का टाइम सही है या नहीं? कंट्रोल यूनिट के नंबर मिल रहे हैं या नहीं मिल रहे हैं यह भी सुनिश्चित करना है.
सोमनाथ भारती ने कहा कि सोमवार को काउंटिंग एजेंटों को ट्रेनिंग दी गई और उनको ईवीएम मशीन की बारीकियों से अवगत कराया. हमने काउंटिंग एजेंटों से कहा है कि जब वीवीपेट की काउंटिंग होगी उसमें हमें बिल्कुल भी कोताही नहीं बरतनी है. आखिरी वोट की काउंटिंग करने के बाद ही काउंटिंग सेंटर को छोड़ना है. जहां कहीं भी एक वोट का भी फर्क नजर आए तो तुरंत रिटर्निंग ऑफिसर से उसकी शिकायत दर्ज करानी है.