
आम आदमी पार्टी के तीन विधायकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज होने के बाद अब आप और बीजेपी के बीच जुबानी जंग शुरू हो गई है. आम आदमी पार्टी ने अपने विधायकों के खिलाफ एक महिला के साथ दुर्व्यवहार और मारपीट के आरोपों को खारिज किया था और उनके बचाव में अपनी महिला विधायकों को मैदान में उतारा लेकिन अब जवाब बीजेपी की तरफ से भी आया है.
दिल्ली विधानसभा में विपक्ष के नेता विजेंद्र गुप्ता ने शुक्रवार को कहा कि आम आदमी पार्टी का महिला विरोधी चेहरा अब पूरी तरह से सामने आ चुका है. जिस तरह से विधानसभा में एक महिला के साथ अभद्रता की गई और उसके साथ मारपीट की गई उसमें भी केजरीवाल और उनके साथी अपने विधायकों को बचाने में जुटे हैं, जबकि इन विधायकों के खिलाफ कार्रवाई की जानी थी.
विजेंद्र गुप्ता ने कहा कि पहले भी आम आदमी पार्टी के विधायकों के खिलाफ महिलाओं पर अत्याचार के मामले सामने आए थे. बाकायदा पुलिस में इसकी एफआईआर दर्ज की गई थी. इनके विधायक महिलाओं के खिलाफ अपराधों के मामले में जेल भी जा चुके हैं, लेकिन अभी तक पार्टी की तरफ से उनके खिलाफ कोई कार्रवाई की नहीं की गई है.
बीजेपी विधायक मनजिंदर सिंह सिरसा ने कहा कि उन्होंने विधानसभा में भी सिमरनकौर बेदी के साथ दुर्व्यवहार और मारपीट का मामला स्पीकर के सामने उठाया था, लेकिन स्पीकर ने भी महिला के साथ मारपीट करने वाले विधायकों के खिलाफ कोई एक्शन नहीं लिया बल्कि खुद महिला के खिलाफ विशेषाधिकार समिति को मामला सौंप दिया गया. सिरसा के मुताबिक एलजी अनिल बैजल की जानकारी में भी ये मामला ला गया है और उसे कार्रवाई किए जाने की मांग की है.