
दिल्ली में सत्तारुढ़ आम आदमी पार्टी (आप) से चांदनी चौक की विधायक अलका लांबा और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के बीच मनमुटाव बढ़ता जा रहा है. लोकसभा चुनाव से पहले शुरू हुए पार्टी में जारी अंदरूनी विवाद में एक नया मोड़ आ गया है. आम आदमी पार्टी में सोशल मीडिया पर सबसे ज्यादा सक्रिय रहने वाली विधायक अलका लांबा के मुताबिक उन्हें ट्विटर पर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने Unfollow कर दिया है.
अलका लांबा ने ट्वीट के माध्यम से इशारों में इस बात की पुष्टि की. अलका लांबा ने अंग्रेजी में ट्वीट किया 'अभी-अभी ध्यान दिया कि वो मुझे ट्विटर पर Unfollow कर चुके हैं. इससे मुझे क्या समझना चाहिए.' इस ट्वीट के बाद अलका लांबा ने मीडिया के लिए बनाए व्हाट्सएप ग्रुप में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की तरफ इशारा करते हुए लिखा, 'लगता है कि उन्हें मेरा आप उम्मीदवार के लिए काम करना अच्छा नहीं लग रहा है.' दिलचस्प बात यह है कि अलका लांबा को मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल 2014 से ट्विटर पर फॉलो करते आए हैं.
पिछले इन सालों में कई मौकों पर केजरीवाल ने अलका लांबा के ट्वीट भी साझा किए. हालांकि अलका लांबा अब भी ट्विटर पर अरविंद केजरीवाल के ट्वीट्स शेयर कर रही हैं.
अलका लांबा की नाराजगी का आलम यहीं खत्म नहीं होता है. अलका लांबा के नजदीकियों की मानें तो पार्टी द्वारा किसी प्रोग्राम में न बुलाने और उनकी अनदेखी करने से नाराज अलका ने चांदनी चौक लोकसभा में संगठन का नेतृत्व कर रहे नेताओं को अल्टीमेटम दे दिया है. अलका के करीबियों के मुताबिक अगर जल्द ही अलका लांबा को पार्टी के कार्यक्रमों और बैठकों में नहीं जोड़ा जाता है तो वो आम आदमी पार्टी से नाता जोड़ने से पीछे नही हटेंगी.
सूत्रों की मानें तो पार्टी द्वारा अनदेखी किए जाने के मुद्दे पर अलका लांबा ने संगठन से सवाल किया है कि उनकी स्थिति आम आदमी पार्टी में क्या है? फिलहाल वो पार्टी संगठन के जवाब का इंतजार कर रही हैं.
आम आदमी पार्टी में मचे घमासान के बीच अब सवाल यह उठता है कि क्या अलका लांबा आम आदमी पार्टी छोड़ देंगी? या फिर लोकसभा चुनाव से पहले अलका लांबा की कांग्रेस में वापसी होगी? या अलका लांबा विधायक के तौर पर काम करती रहेंगी. इन सवालों के जवाब जानने के लिए आजतक ने अलका लांबा से संपर्क किया, लेकिन फिलहाल उन्होंने ऑन रिकॉर्ड बात करने से इनकार कर दिया है.
आपको बता दें कि पिछले साल 21 दिसंबर को विधानसभा में पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी को भारत रत्न सम्मान लौटाने वाले कथित प्रस्ताव को लेकर अलका लांबा का विवाद शुरू हुआ था. इसके बाद अलका लांबा ने आरोप लगाया था कि उन्हें आम आदमी पार्टी के तमाम व्हाट्सएप ग्रुप से बाहर निकाल दिया गया.