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बुधवार को साउथ एमसीडी के सदन में हुए जोरदार हंगामे और हाथापाई के विरोध में आम आदमी पार्टी के पार्षदों ने शुक्रवार जो एमसीडी मुख्यालय सिविक सेंटर पर धरना दिया.
इस धरने में विधायक और साउथ एमसीडी में दिल्ली सरकार के मनोनीत प्रतिनिधि जरनैल सिंह भी शामिल हुए. पार्षदों का धरना 15 दिनों के लिए निष्कासित किए जाने पर भी था. आपको बता दें कि बुधवार को हुए हंगामे के बाद मेयर कमलजीत सहरावत ने आम आदमी पार्टी के 12 सदस्यों को 15 दिनों के लिए सदन से निष्कासित कर दिया था. आम आदमी पार्टी ने इसे बीजेपी की गुंडागर्दी करार दिया है.
जरनैल सिंह ने कहा कि, 'बीजेपी के नेता हमारी आवाज को दबाना चाहते हैं. हमारे पार्षदों ने सदन के अंदर उनसे भ्रष्टाचार पर सवाल पूछे तो उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया उल्टा हमारे पार्षदों को सस्पेंड कर दिया और हमारी महिला पार्षद के साथ मारपीट की.' जरनैल सिंह ने आरोप लगाते हुए कहा कि साउथ दिल्ली की मेयर ने लोकतंत्र की हत्या करने वाला काम किया है.
शुक्रवार को साउथ एमसीडी में नेता विपक्ष रमेश मटियाला में दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल को पत्र लिख आप पार्षद पर सदन के भीतर हुए हमले के बारे में बताया है. इसके अलावा पार्षदों के निष्कासन पर अपनी स्थिति स्पष्ट करने हेतु उपराज्यपाल से मिलने के लिए समय भी मांगा है.
आपको बता दें कि बुधवार को साउथ एमसीडी में सदन की बैठक के दौरान आम आदमी पार्टी और बीजेपी की महिला पार्षदों के बीच ना केवल तीखी बहस हुई थी बल्कि मामला हाथापाई तक जा पहुंचा था. करीब 2 घण्टे तक आम आदमी पार्षदों ने सदन में नारेबाजी की लेकिन मेयर ने सदन की कार्रवाई को रोका नहीं. सदन खत्म होने के बाद मेयर कमलजीत सहरावत ने इस मामले में AAP के 12 सदस्यों को निष्कासित कर दिया था जिसे विपक्ष ने एकतरफा कार्रवाई बताया था.