
संसद की सुरक्षा में सेंध के आरोपी अमोल शिंदे के पैरेंट्स की प्रतिक्रिया सामने आ गई है. उन्होंने कहा कि वह पुलिस में भर्ती के प्रयास कर रहा था. वह 9 दिसंबर को यह कहकर दिल्ली के लिए रवाना हुआ था कि वह पुलिस चयन परीक्षा के लिए जा रहा है. 10 तारीख को मैंने शाम लगभग 7 से 8 बजे उससे बात की थी. वह पुलिस और सैन्य सेवाओं के लिए प्रयास कर रहा था. वह काफी फिट था. दौड़ में अच्छा था और कुछ प्रतियोगिताओं में फर्स्ट भी आता था.
अमोल के माता-पिता ने बताया कि पढ़ाई और पुलिस सेवा की तैयारी के लिए उसने 4000 रुपये प्रति माह मांगे थे, लेकिन हम इतने पैसे कहां से जुटाएंगे, हम खेत मजदूर हैं. अमोल के पिता ने कहा कि उसने कहा था कि सिलेक्शन के लिए लाखों रुपये खर्च होंगे. कभी-कभी वह कहता था कि उसकी उम्र बढ़ती जा रही है, और इतने प्रयासों के बावजूद भी वह पुलिस सेवा में शामिल नहीं हो पाया है.
इस घटना को अंजाम देने वाले चारों आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. लोकसभा के अंदर दुस्साहस करने वाले युवकों के नाम सागर और मनोरंजन हैं. जबकि जिन आरोपियों को सदन के बाहर से गिरफ्तार कर लिया. उनके नाम नीलम और अमोल शिंदे हैं. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक संसद के बाहर और अंदर हंगामा करने वाले चारों आरोपी एक-दूसरे को जानते हैं. इन आरोपियों का एक ही मकसद था. बताया जा रहा है कि ये चारों सोशल मीडिया के जरिए एक-दूसरे से मिले थे. फिर उन्होंने संसद पर हमले का प्लान बनाया था.
संसद भवन के बाहर धुआं छोड़ने वाले गैस कनस्तरों को खोलने के बाद अमोल शिंदे और नीलम ने "तानाशाही नहीं चलेगी" "भारत माता की जय" और "जय भीम, जय भारत" के नारे लगाए. नीलम ने दावा किया कि वह किसी संगठन का हिस्सा नहीं है. एक छात्रा है जो कि बेरोजगार है. नीलम ने कहा कि वह किसानों, छोटे व्यापारियों और हाशिए पर मौजूद लोगों के खिलाफ कथित अन्याय के खिलाफ प्रदर्शन कर रही थीं.