
चुनाव सुधारों के लिए काम करने वाली संस्था एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (ADR) के अनुसार, दिल्ली में शपथ लेने वाले सभी 7 नए मंत्रियों में से मुख्यमंत्री को छोड़कर 4 ने अपने खिलाफ आपराधिक मामले घोषित किए हैं, जबकि दो अरबपति हैं (29 प्रतिशत). यह जानकारी 2025 के दिल्ली विधानसभा चुनाव से पहले मंत्रियों द्वारा प्रस्तुत किए गए एफिडेविट से मिली हैं.
एडीआर की रिपोर्ट में बताया गया है कि मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता को छोड़कर 4 मंत्रियों ने अपने खिलाफ आपराधिक मामले घोषित किए हैं. इनमें एक मंत्री आशीष सूद पर गंभीर आपराधिक आरोप हैं. सबसे अधिक घोषित कुल संपत्ति वाले मंत्री राजौरी गार्डन निर्वाचन क्षेत्र से विधायक मनजिंदर सिंह सिरसा हैं, जिनकी संपत्ति 248.85 करोड़ रुपये और सबसे कम घोषित कुल संपत्ति वाले मंत्री करावल नगर निर्वाचन क्षेत्र से विधायक कपिल मिश्रा हैं, जिनकी संपत्ति 1.06 करोड़ रुपये है.
यह भी पढ़ें: दिल्ली सीएम रेखा गुप्ता ने मंत्रियों संग की यमुना घाट पर आरती, सचिवालय में पहली कैबिनेट बैठक जारी
सात मंत्रियों की औसत संपत्ति 56.03 करोड़ रुपये है. सभी सात मंत्रियों ने देनदारियों की घोषणा की है, जिसमें नई दिल्ली निर्वाचन क्षेत्र के विधायक परवेश साहिब सिंह वर्मा पर सबसे अधिक 74.36 करोड़ रुपये की देनदारी है. छह मंत्रियों (86 प्रतिशत) ने स्नातक या उससे ऊपर की शैक्षणिक योग्यता घोषित की है, जबकि एक मंत्री ने केवल 12वीं कक्षा पूरी की है. उम्र के मामले में पांच मंत्रियों (71 फीसदी) की उम्र 41 से 50 साल के बीच है, जबकि बाकी दो (29 फीसदी) की उम्र 51 से 60 साल के बीच है. कैबिनेट में केवल एक महिला मंत्री शामिल हैं जो स्वयं मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता हैं.
यह भी पढ़ें: विकसित दिल्ली की राह पर रेखा गुप्ता, क्या बदल जाएगी राजधानी की सूरत? देखें साहिल जोशी के साथ दंगल
बता दें कि दिल्ली में बीजेपी ने आम आदमी पार्टी को हराकर 27 वर्षों के बाद सरकार बनाई है. दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए 5 फरवरी को वोट डाले गए थे और नतीजे 8 फरवरी को जारी हुए थे. बीजेपी ने 70 सदस्यीय दिल्ली विधानसभा में 48 सीटें जीतकर पूर्ण बहुमत हासिल की, जबकि आम आदमी पार्टी 22 सीटों पर सिमटकर सत्ता से बाहर हो गई. बीजेपी ने शालीमार बाग की विधायक रेखा गुप्ता को दिल्ली का मुख्यमंत्री बनाया. वहीं परवेश साहेब सिंह वर्मा, आशीष सूद, पंकज कुमार, कपिल मिश्रा, रविंद्र इंद्राज और मनजिंदर सिंह सिरसा को मंत्री बने.