
दिल्ली विधानसभा में अब पक्ष और विपक्ष की ओर से दो महिलाएं आमने-सामने होंगी. एक ओर भारतीय जनता पार्टी ने जहां शालीमार बाग से विधायक रेखा गुप्ता को मुख्यमंत्री बनाया है तो वहीं रविवार को आम आदमी पार्टी की विधायक दल की बैठक में नेता विपक्ष के लिए पूर्व सीएम आतिशी के नाम पर मुहर लग गई. दिल्ली में बीजेपी के बाद अब AAP ने 'महिला कार्ड' चल दिया है.
पांच महीने में बदला आतिशी का रोल
इससे पहले आतिशी दिल्ली सरकार में शिक्षा, वित्त, और ऊर्जा जैसी अहम जिम्मेदारियां संभाल रही थीं. पांच महीने जब अरविंद केजरीवाल ने सीएम पद से इस्तीफा दिया तो उन्होंने पार्टी के भीतर आतिशी पर भरोसा जताया. पिछले साल सितंबर में आतिशी ने सीएम पद की शपथ ली थी और सिर्फ पांच महीने में ही वह विधानसभा में विपक्ष के नेता की भूमिका निभाने को तैयार हैं.
बतौर मुख्यमंत्री आतिशी के कामकाज के चलते पार्टी के भीतर भी उनका कद बढ़ा है. इसके अलावा विधानसभा चुनाव में जब अरविंद केजरीवाल, मनीष सिसोदिया और सौरभ भारद्वाज जैसे पार्टी के बड़े नेताओं को हार का सामना करना पड़ा तब आतिशी कालका जी से अपनी सीट बचाने में कामयाब रहीं.
महिला सशक्तिकरण के मुद्दा
बीजेपी पहले ही महिला सशक्तिकरण के मुद्दे को जोर-शोर से उठा रही है. दिल्ली विधानसभा चुनाव में सभी पार्टियों ने महिलाओं के लिए कल्याणकारी योजनाओं का वादा किया था. बीजेपी ने महिलाओं के लिए महिला सम्मान योजना का ऐलान किया है.
दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने शनिवार को आगामी बजट को लेकर एक अहम बैठक बुलाई. इस बैठक में दिल्ली में होने वाले आगामी बजट को लेकर अधिकारियों के साथ चर्चा की गई. बैठक में महिला सम्मान योजना को लेकर भी चर्चा हुई जिसके तहत महिलाओं को 2500 रुपये प्रतिमाह दिए जाएंगे.