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दिल्ली: सीलिंग के बाद लाइब्रेरीज ने डबल कर दी Fee, अब छात्रों से 6 हजार कर रहे हैं चार्ज

यूपीएससी की तैयारी कर रहे छात्रों का कहना है कि बेसमेंट में चल रहीं लाइब्रेरियों के खिलाफ एमसीडी की कार्रवाई के बाद लाइसेंस प्राप्त पुस्तकालयों ने अपनी फीस दोगुनी कर दी है. पहले, पहली या दूसरी मंजिल पर लाइब्रेरी चलाने वाले पुस्तकालय मालिक प्रति माह 2,000 रुपये से 3,000 रुपये लेते थे, अब 4000 से 6000 रुपये मांग रहे हैं.

ओल्ड राजेंद्र नगर हादसे के बाद एमसीडी बेसमेंट में चल रही लाइब्रेरियों को सील कर रही है. (PTI Photo) ओल्ड राजेंद्र नगर हादसे के बाद एमसीडी बेसमेंट में चल रही लाइब्रेरियों को सील कर रही है. (PTI Photo)
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 31 जुलाई 2024,
  • अपडेटेड 7:51 AM IST

देश की राजधानी दिल्ली में सिविल सेवा परीक्षा (UPSC EXAM) की तैयारी करने वाले छात्रों का दावा है कि अवैध रूप से संचालित बेसमेंट वाले कोचिंग सेंटरों पर एमसीडी की कार्रवाई के बाद ओल्ड राजेंद्र नगर और इसके आसपास के इलाकों में लाइसेंस प्राप्त लाइब्रेरियों ने अपनी फीस दोगुनी कर दी है. दिल्ली नगर निगम (MCD) ने ओल्ड राजेंद्र नगर में उन इमारतों पर कार्रवाई की है, जिनके बेसमेंट का उपयोग लाइब्रेरी सहित व्यावसायिक उपयोग के लिए किया जा रहा था.

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ओल्ड राजेंद्र नगर स्थित RAU'S IAS कोचिंग सेंटर में 27 जुलाई की शाम को एक बड़ा हादसा हो गया था. यह कोचिंग संस्थान बिल्डिंग के बेसमेंट को अवैध रूप से लाइब्रेरी के रूप में इस्तेमाल कर रहा था, जिसमें भारी बारिश के कारण पानी भर गया और तीन सिविल सेवा अभ्यर्थियों की डूबने से मौत हो गई थी. इस हादसे के बाद एमसीडी की नींद टूटी और उसने बेसमेंट का दुरुपयोग करने वाले संस्थानों के खिलाफ कार्रवाई की.

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यूपीएससी एग्जाम की तैयारी कर रहे एक अभ्यर्थी पंकज ने न्यूज एजेंसी पीटीआई से कहा, 'पहले, पहली या दूसरी मंजिल पर लाइब्रेरी चलाने वाले पुस्तकालय मालिक प्रति माह 2,000 रुपये से 3,000 रुपये लेते थे, लेकिन अब कई पुस्तकालयों के बंद होने के बाद, उन्होंने यह जानते हुए कि छात्रों के पास कोई अन्य विकल्प नहीं है, अपनी फीस दोगुनी कर दी है. जो छात्र जल्द ही (यूपीएससी) मुख्य परीक्षा में शामिल होंगे, उनके पास कोई विकल्प नहीं है. क्योंकि जिन कमरों में हम रहते हैं वे इतने छोटे हैं कि हम वहां आराम से पढ़ाई नहीं कर सकते और हमें लाइब्रेरी में जाने की आवश्यकता पड़ती है.'

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एक अन्य छात्र ने कहा कि ओल्ड राजेंद्र नगर के आसपास के इलाकों, जैसे पटेल नगर में पुस्तकालयों में जाने वाले छात्रों से भी 4,000 रुपये से 5,000 रुपये तक की फीस का भुगतान करने के लिए कहा जा रहा है. पहले इन पुस्तकालयों की फीस 2000 से 25000 के आसपास थी. बता दें कि एमसीडी ने ओल्ड राजेंद्र नगर में जिन कोचिंग संस्थानों के खिलाफ कार्रवाई की है, उनमें मशहूर यूपीएससी कोच विकास दिव्यकीर्ति का संस्थान 'दृष्टि आईएएस' भी शामिल है. एमसीडी पूरे शहर में बेसमेंट का दुरुपयोग करने वाले संस्थानों के खिलाफ यह कार्रवाई कर रही है.

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एमसीडी ने 28 जुलाई से बेसमेंट में चल रहे अवैध पुस्कालयों के खिलाफ कार्रवाई शुरू की है. अब तक 19 कोचिंग सेंटरों की लाइब्रेरियां सील हो चुकी हैं. दिल्ली की मेयर शैली ओबेरॉय ने कहा कि पूरी दिल्ली में कई सारे कोचिंग सेंटर्स ने एमसीडी की बिल्डिंग बॉयलॉज की धज्जियां उड़ा कर रख दी हैं. एमसीडी इन सब पर कड़ी कार्रवाई करने जा रही है. अगर किसी अधिकारी की इसमें मिलीभगत पाई जाएगी तो उसके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी. बेसमेंट में कोई कोचिंग सेंटर चलता है तो दो तरफ से प्रवेश और निकास होता है. लेकिन पूरी दिल्ली में बहुत सारे कोचिंग सेंटर ऐसे हैं, जो एक भी नियमों का पालन नहीं कर रहे हैं.

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