Advertisement

जम्मू-कश्मीर में कब होंगे चुनाव? अमित शाह ने संसद में दिया ये जवाब

जम्मू और कश्मीर में विधानसभा चुनाव को लेकर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बुधवार को लोकसभा में बयान दिया. उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर में परिसीमन की प्रक्रिया जारी है. जल्द ही सभी दलों से परामर्श के बाद जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव कराए जाएंगे.

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह. -फाइल फोटो केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह. -फाइल फोटो
कमलजीत संधू/अशोक सिंघल
  • नई दिल्ली,
  • 30 मार्च 2022,
  • अपडेटेड 9:32 PM IST
  • अमित शाह ने इमरजेंसी को लेकर कांग्रेस पर साधा निशाना
  • जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव की तैयारियों का जायजा ले चुके हैं शाह

जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव को लेकर अमित शाह ने कहा है कि फिलहाल परिसीमन की प्रक्रिया चल रही है, उसके बाद सभी से परामर्श के बाद ही चुनाव होगा. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बुधवार को लोकसभा में कहा कि मैंने यह पहले भी कहा था और ये रिकॉर्ड में है. 

अमित शाह ने कहा कि मैंने पहले भी कहा था कि पहले पंचायत का चुनाव होगा, उसके बाद डिलिमिटेशन और फिर विधानसभा चुनाव के बाद राज्य को पूर्ण राज्य का दर्जा मिलेगा.

Advertisement

उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर में शांतिपूर्ण तरीके से पंचायत चुनाव संपन्न हो चुके हैं, परिसीमन आयोग की प्रक्रिया चल रही है और उसके बाद ही सभी दलों से परामर्श करके विधानसभा चुनाव कराए जाएंगे. 

बता दें कि हाल ही में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह सीआरपीएफ के कार्यक्रम में जम्मू-कश्मीर के दौरे पर पहुंचे थे. इस दौरान उन्होंने विधानसभा चुनाव की तैयारियों के संबंध में जायजा लिया था.

5 राज्यों में चुनाव हारने और इमरजेंसी लगाने को लेकर कांग्रेस पर साधा निशाना

अमित शाह ने हाल में संपन्न हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को मिली हार और इमरजेंसी लगाने पर कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि कांग्रेस का इतिहास रहा है कि कैसे डर के मारे आपातकाल लगाया गया. इंदिरा गांधी और उनकी पार्टी ने डर के मारे आपातकाल लगा दिया था. अमित शाह ने कहा कि कांग्रेस की यूपी में सभी सीटों पर जमानत जब्त हो गई, उत्तराखंड में भी उन्हें हार का सामना करना पड़ा, मणिपुर वे गए ही नहीं. वे गोवा में बुरी तरह हार गए, हम आप से क्यों डरें?

Advertisement

अमित शाह ने कहा कि अगर वे (कांग्रेस) चुनाव जीतने के लिए इतने आश्वस्त हैं, तो वे छह महीने बाद भी चुनाव जीत सकते हैं, कोई आशंका क्यों है? हमने चार राज्यों में सरकार बनाई और भविष्य में किसी भी चुनाव को लेकर आश्वस्त हैं. हम कभी किसी चुनाव से नहीं डरते. जीत या हार लोकतंत्र का हिस्सा है. एक समय था, जब हमारे पास घर में सिर्फ दो सीटें होती थीं.

दिल्ली दंगों के मामले में 2400 से ज्यादा लोगों को अरेस्ट किया जा चुका है: अमित शाह

कश्मीर में पहले पंचायत के चुनाव होंगे, फिर डिलिमिटेशन होगा, फिर सभी दलों से चर्चा के बाद तुरंत चुनाव कराया जाएगा. दिल्ली नगर निगम (संशोधन) विधेयक, 2022 पर उन्होंने कहा कि संविधान के अनुच्छेद के तहत ये बिल लाया गया है. केजरीवाल कहते हैं कि संघीय ढांचे पर ये हमला है, वो सही नहीं है. उन्होंने कहा कि चश्मे साफ करने की जरूरत है. इस बिल को विपक्ष के लोग पढ़कर आएं. निर्वाचन की कोई प्रक्रिया के साथ छेड़छाड़ हमने नहीं की है.

हम अपनी विचारधारा कामकाज और नेतृत्व के आधार पर सत्ता में आना चाहते हैं. विपक्ष के कार्यकर्ताओं की हत्या कर चुनाव नहीं जीतना चाहते हैं. कांग्रेस अपने यहां तो पहले चुनाव जीत ले. अमित शाह ने कहा कि हमें कोई शौक नहीं है सत्ता हथियाने का, कई राज्यों में सरकार इसका प्रमाण है. तथ्यों का पारदर्शिता के साथ इस सदन में रखना चाहिए.

Advertisement

अमित शाह ने कहा कि यह विधेयक जो मैं लेकर आया हूं वह संविधान के अनुरूप है. ये विधेयक संविधान के अनुरूप लाया जा रहा है.

ये भी पढ़ें

 

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement