
देश की राजधानी दिल्ली में करंट लगने से फिर एक युवक की मौत हो गई है. मृतक का नाम सुहैल है जो अपने रिश्तेदार के घर घूमने गया था. रिपोर्ट के मुताबिक सुहैल सुबह करीब 5 बजे जब गली से गुजर रहा था तो उसमें पानी भरा हुआ था. पानी के अंदर बिजली का तार था जिसमें करंट होने की वजह से सुहैल की मौत हो गई.
बता दें कि अभी दो दिनों पहले ही नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर करंट लगने से 38 साल की महिला साक्षी की मौत हो गई थी. मृतक महिला परिवार के साथ वंदे भारत ट्रेन से चंडीगढ़ जा रही थी.
रेलवे स्टेशन परिसर में भारी बारिश के कारण पानी भरा हुआ था. जैसे ही उसका पैर पानी में पड़ा वो करंट की चपेट में आ गई. पानी में करंट रेलवे स्टेशन पर लगे इलेक्ट्रिक पोल की खुले तार की वजह से आया था.
बिजली कंपनी की लापरवाही से जा सकती है जान
इस घटना के बाद मृतक महिला के पति ने व्यवस्थाओं को लेकर सरकार पर सवाल उठाए थे और कहा था कि दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए. ऐसा नहीं है कि ये लापरवाही बस रेलवे स्टेशन परिसर में देखी गई है.
दिल्ली के कई हिस्सों में भी नंगी तारें और स्ट्रीट लाइट के खंभों के खुले पैनल लोगों की मौत को दावत दे रहे हैं. आज तक की टीम ने जब अलग-अलग इलाकों में इसकी पड़ताल की तो कई जगह बिजली के खंभों और पैनलों में नंगी तारें नजर आईं.
आईटीओ पर भी दिखी लापरवाही
आईटीओ को दिल्ली का वीआईपी इलाका माना जाता हैं क्योंकि यहां सरकार के महत्वपूर्ण विभागों के दफ्तर हैं. लेकिन यहां भी सड़क किनारे इलेक्ट्रिसिटी पोल के खुले तार और बोर्ड हादसे को न्यौता दे रहे हैं.
इससे थोड़ी ही दूसरी पर मौलाना आजाद मेडिकल कॉलेज के पास भी लापरवाही नजर आई. बिजली के खंभे से निकले तार फुटपाथ को छू रहे हैं जिससे कभी भी कोई बड़ा हादसा हो सकता है.
ऐसे ही दिल्ली के गीता कॉलोनी में भी नजर आया. हाई मास्ट लाइट के तार खंभे के पैनल से बाहर नजर आ रहा थे जिसके पास बच्चे भी खेलते हैं. कभी भी वो खंभे के तार में गुजर रहे करंट की चपेट में आ सकते हैं.
इस जानलेवा लापरवाही के लिए बिजली कंपनी और सरकार के पीडब्ल्यूडी विभाग को जिम्मेदार माना जा रहा है. मेंटेनेंस नहीं होने की वजह से लोगों की जिंदगी खतरे में पड़ जाती है.