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दिल्ली-NCR में फिर हवा खराब, 2 दिन में 260 से 346 पहुंच गया AQI

पिछले दो दिनों में दिल्ली का एक्यूआई 260 से 346 तक पहुंच गया है. उत्तर-पश्चिमी से आने वाली हवा दिल्ली के AQI को प्रभावित कर रही है. खेतों में लगातार पराली जलाए जाने से हवा की गुणवत्ता खराब हो रही है. हवा की गुणवत्ता में गिरावट को रोकने के लिए प्रतिबंधों को जारी रखने का फैसला लिया गया है.

दिल्ली में हवा की गुणवत्ता में सुधार नहीं हुआ है. (फोटो- PTI) दिल्ली में हवा की गुणवत्ता में सुधार नहीं हुआ है. (फोटो- PTI)
मिलन शर्मा
  • नई दिल्ली,
  • 11 नवंबर 2022,
  • अपडेटेड 8:13 PM IST

दिल्ली-NCR में एक बार फिर हवा की गुणवत्ता खराब हो गई है. यहां पिछले दो दिनों से एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) में बढ़ोतरी दर्ज की गई है. विभाग का कहना है कि राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में हवा की स्थिति बहुत ठीक नहीं रही है. हालांकि, वायु प्रदूषण का फैलाव बहुत प्रभावी ज्यादा नहीं रहा है. ऐसे में नियमों में किसी तरह की ठील देने से इंकार कर दिया गया है.

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पिछले दो दिनों में दिल्ली का एक्यूआई 260 से 346 तक पहुंच गया है. उत्तर-पश्चिमी से आने वाली हवा दिल्ली के AQI को प्रभावित कर रही है. इसके साथ ही खेतों में पराली जलाए जाने की घटनाएं बढ़ने से हवा की गुणवत्ता खराब हो रही है. इसलिए दिल्ली में अभी भी सख्त कदम उठाने की जरूरत है.

वायु गुणवत्ता पर नजर रखे है पैनल 

वायु गुणवत्ता और अन्य पहलुओं की समीक्षा के बाद ग्रेडेड रिस्पॉन्स एक्शन प्लान (GRAP) की सब कमेटी एक बार फिर एक्शन में देखी गई. सब कमेटी ने निर्णय लिया है कि ग्रैप के चरण III के तहत लागू प्रतिबंध जारी रहेंगे. इसे फिलहाल वापस नहीं लिया जाएगा. सब कमेटी का कहना है कि वह करीब से नजर रखे हुए है और लगातार वायु गुणवत्ता की समीक्षा कर रही है.

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इससे पहले दिल्ली में वायु प्रदूषण का स्तर 'बहुत खराब' से 'खराब' श्रेणी में आने पर वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग ने कहा था कि वह शुक्रवार को स्थिति की समीक्षा करेगा. पैनल ने गुरुवार को एक आदेश भी जारी किया था, जिसमें अधिकारियों से निर्माण स्थलों पर पॉलिशिंग, वार्निंग और पेंटिंग का काम तुरंत बंद करने को कहा था. इन गतिविधियों से हवा जहरीली होती है.

निर्माण और तोड़फोड़ के काम पर प्रतिबंध

GRAP के चरण 3 के तहत दिल्ली-एनसीआर में आवश्यक परियोजनाओं को छोड़कर सभी निर्माण और तोड़फोड़ के काम प्रतिबंधित हैं. ईंट भट्टों, हॉट मिक्स प्लांट और स्टोन क्रशर को भी संचालित करने की अनुमति नहीं है. वायु गुणवत्ता पैनल ने कहा- सीएक्यूएम दिल्ली-एनसीआर के बदलते वायु गुणवत्ता पर कड़ी नजर रख रहा है और ग्रेडेड रिस्पॉन्स एक्शन प्लान पर इसकी सब कमेटी उचित निर्णय के लिए समीक्षा के लिए बैठक बुलाएगी.

वायु की गुणवत्ता में नहीं आ रहा है सुधार

बताते चलें कि राष्ट्रीय राजधानी में गुरुवार को 24 घंटे का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 295 रहा. बुधवार को ये 260 था. जबकि मंगलवार को 372, सोमवार को 354, रविवार को 339 और शनिवार को 381 था. बुधवार को दर्ज किया गया एक्यूआई 20 अक्टूबर (232) के बाद सबसे कम था. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के आंकड़ों के अनुसार, 29 नवंबर 2020 को सबसे अच्छा 231 एक्यूआई था. दरअसल, 201 से 300 के बीच एक्यूआई को 'खराब', 301 और 400 को 'बहुत खराब' और 401 और 500 को 'गंभीर' माना जाता है.

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भारतीय मौसम विज्ञान विभाग के पर्यावरण निगरानी और अनुसंधान केंद्र के प्रमुख वीके सोनी ने कहा कि 11 नवंबर से हवा की गुणवत्ता में काफी सुधार आ सकता है. अनुकूल हवा की गति 10 से 18 किमी प्रति घंटे की भविष्यवाणी की गई है. दिल्ली सरकार ने पिछले कुछ दिनों में शहर की वायु गुणवत्ता में सुधार को देखते हुए 9 नवंबर से प्राथमिक कक्षाओं को फिर से खोलने और अपने 50 प्रतिशत कर्मचारियों को घर से काम करने के आदेश को रद्द करने का फैसला किया था. हालांकि, GRAP के फेज 3 के तहत BS-III पेट्रोल और BS-IV डीजल चारपहिया वाहनों का दिल्ली की सड़कों पर प्रतिबंध जारी है. 

 

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