
दिल्ली में जब से डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया पर कानून का शिकंजा कसा है, राजनीतिक गलियारों में हलचल तेज हो गई है. एक तरफ आम आदमी पार्टी की तरफ से दावा हुआ है कि बीजेपी ने दिल्ली में ऑपरेशन लोटस चलाने की कोशिश की है तो वहीं दूसरी तरफ सिसोदिया भी गंभीर आरोप लगा चुके हैं. अब इस सब के बीच आप संयोजक अरविंद केजरीवाल ने एक अहम बैठक बुलाई है.
पार्टी को एकजुट रखने की कोशिश में केजरीवाल
बैठक में मनीष सिसोदिया के साथ-साथ संजय सिंह, दुर्गेश पाठक जैसे नेता भी शामिल हुए हैं. आम आदमी पार्टी विधायकों ने आरोप लगाया है कि भाजपा 20 से 25 करोड़ में विधायकों को खरीदने की कोशिश कर रही है, इसी वजह से पार्टी को एकजुट रखने के लिए ये बैठक बुलाई गई है.
अब जानकारी के लिए बता दें कि सबसे पहले डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया की तरफ से ये बम फोड़ा गया था कि उन्हें बीजेपी वालों ने सीएम पद का ऑफर दिया है. ये भी कहा गया था कि अगर वे पार्टी को तोड़ने में मदद करेंगे तो उनके ऊपर लगे सभी मामले हटा दिए जाएंगे, वे सीबीआई जांच से भी मुक्त हो जाएंगे. उनके इस आरोप को बीजेपी ने जरूर सिरे से खारिज कर दिया लेकिन आप दफ्तर में हलचल बढ़ गई. अरविंद केजरीवाल भी सक्रिय हो गए. उन्होंने दो टूक कह दिया कि दिल्ली में बीजेपी का ऑपरेशन लोटस फेल हो गया है.
बैठक में क्या बात हुई?
लेकिन सिसोदिया के उन दावों के बाद ही आप विधायकों ने भी कहा कि उन्हें खरीदने का प्रयास हो रहा है. बीजेपी की तरफ से लगातार कोशिश की जा रही है, इसी को देखते हुए अब बुधवार को अरविंद केजरीवाल ने ये अहम बैठक बुलाई है.
पॉलिटिकल अफेयर्स कमेटी की बैठक के बाद मीडिया से बात करते हुए संजय सिंह ने कहा कि जिस तरीके से जांच एजेंसियों का इस्तेमाल करके, जांच एजेंसियों का दुरूपयोग करके दिल्ली में सरकार गिराने की कोशिश की जा रही है, उस पर गंभीर चर्चा हुई. उन्होंने कहा कि बैठक में पीएससी ने इस संबंध में एक प्रस्ताव पारित किया है. राज्यसभा सदस्य संजय सिंह ने पीएसी द्वारा पारित प्रस्ताव को मीडिया से साझा करते हुए कहा कि अभी कुछ दिन पहले दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के खिलाफ एक झूठी एफआईआर दर्ज की गई और उनके घर पर सीबीआई की रेड मारी गई.
उन्होंने आगे कहा कि रेड में सीबीआई को कुछ नहीं मिला. सीबीआई को रेड में कोई अनअकाउंटेड पैसा, जेवर, बेनामी संपत्ति या कोई गलत दस्तावेज कुछ भी नहीं मिला. इसके बाद, अगले दिन भाजपा ने मनीष सिसोदिया को संदेश भिजवाया कि आप आम आदमी पार्टी छोड़कर भाजपा में आ जाओ तो, हम आपके सीबीआई और ईडी के सारे केस बंद करवा देंगे और आम आदमी पार्टी की सरकार गिरा कर आपको सीएम बनाएंगे.
इस पूरे विवाद की बात करें तो इसकी शुरुआत 19 अगस्त को हुई थी जब सीबीआई ने मनीष सिसोदिया के घर पर छापा मारा. शराब घोटाले वाले मामले में जांच एजेंसी ने सिसोदिया के घर 14 घंटे तक रेड की, उनके करीबियों के घर पर भी छापे मारे गए और बाद में डिप्टी सीएम का फोन और लैपटॉप भी जब्त कर लिया गया.
बाद में अगले दिन सिसोदिया के करीबियों से 12 घंटे की पूछताछ हुई, FIR में उप मुख्यमंत्री को मुख्य आरोपी बनाया गया और बीजेपी ने भी अपने हमले तेज कर दिए. उस बवाल के बाद ही सिसोदिया ने बीजेपी पर पार्टी तोड़ने का आरोप लगाया और केजरीवाल ने ऑपरेशन लोटस का राग अलापा. अभी के लिए दोनों आप और बीजेपी की तरफ से आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है.