
अपनी पार्टी के विधायकों पर लगातार लग रहे आरोपों से चिंतित दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने अपने नेताओं को सतर्क रहने की सलाह दी है. 10 दिन विपश्यना के लिए धर्मशाला जाने से पहले सीएम ने विधायकों के भरोसा दिलाया है कि वह पुलिस की कार्रवाई में उनके साथ हैं. उन्होंने मामलों को फर्जी बताते हुए विधायकों से दफ्तर और घर के बाहर सीसीटीवी लगाने की हिदायत दी है.
मंगलवार को विपश्यना के लिए धर्मशाला रवाना होने से पहले मुख्यमंत्री ने सभी विधायकों को बैठक के लिए अपने घर बुलाया था. सूत्र बताते हैं कि केजरीवाल ने विधायकों से कामकाज के दौरान सतर्क रहने के अलावा यह कहते हुए हिदायत दी कि किसी भी विवाद में बेवजह न फंसे.
...ताकि मजबूती से रख सकें पक्ष
दिल्ली के सीएम की हिदायत पर आम आदमी पार्टी के द्वारका विधानसभा से विधायक आदर्श शास्त्री ने कहा, 'ये चर्चा हुई है कि एतिहात बरतने की जरूरत है. कई विधायकों की डिमांड रही कि सीसीटीवी लागएं, जहां भी निकले समर्थकों के साथ निकलें. हम सीसीटीवी लगा रहे हैं ताकि जब दिल्ली पुलिस उठाकर ले जाए तो कोर्ट में अपना पक्ष मजबूती से रख सकें और कार्यालय या बाहर मीटिंग हो तो महिला और पुरुष साथ रहें, ताकि जरूरत पड़े तो फोन से वीडियो ले सकें.'
राजनीति से प्रेरित हैं गिरफ्तारियां
मुख्यमंत्री केजरीवाल ने विधायकों को साफ तौर से कहा कि हाल ही में हुई गिरफ्तारियां राजनीति से प्रेरित हैं और आम आदमी पार्टी की लीगल टीम इससे निपटने के लिए काम भी कर रही है. फिलहाल सभी विधायक का हौसला बढ़ा है और अपने मुखिया की सलाह पर वो गंभीरता से अमल भी कर रहे हैं. 'आप' के केंट बोर्ड से विधायक सुरेंद्र सिंह पर हाल ही हरियाणा में पुलिस ने फर्जी डिग्री मामले में केस दर्ज किया है.
'हम बिल्कुल सर्तक हैं'
सुरेंद्र सिंह कहते हैं, 'हम बिल्कुल सतर्क हैं. कोई हिंसा नहीं करनी है और शांति से लोगों का काम करना है. महिलाओं से मिलने के लिए महिला समर्थक काम करती रहती हैं. हमारे घर में भी माता और बहन है. देश की सरहद पर लड़े हैं और अब समाज की सेवा कर रहे हैं.'
गौरतलब है कि इससे पहले आम आदमी पार्टी ने विधायकों को एडवाइजरी जारी करते हुए कहा था कि महिलाओं से मुलाकात के वक्त महिला समर्थकों को साथ जरूर रखें, ताकि कोई महिला झूठा केस बनाए तो अपनी बात रखने में आसानी हो.