
दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने मंगलवार को दिन में एलजी विनय कुमार सक्सेना पर लेटर के जरिए उन्हें अपशब्द कहने का आरोप लगाया था. वहीं एलजी ने शाम को उनके आरोपों का जवाब दे दिया. एलजी वीके सक्सेना ने कहा कि सीएम के साथ बातचीत में उन्होंने कभी भी अपमानजनक शब्दों का इस्तेमाल नहीं किया है जबकि सीएम, उनके मंत्रियों और AAP के सदस्यों के आपत्तिजनक बयानों की उन्होंने कई बार अनदेखी की है. दिल्ली हाई कोर्ट AAP को फटकार लगाते हुए एलजी के लिए अपमानजनक शब्दों के इस्तेमाल पर रोक लगाने के लिए कह चुका है.
केजरीवाल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा था कि एलजी साहब को फाइल भेजी गई थी लेकिन वह गाली-गलौज करते हैं. वह कहते हैं केजरीवाल इम्पोर्टेंट नहीं है, लेकिन वो मुझे नहीं दिल्ली के सीएम यानी दिल्ली की जनता का अपमान करते हैं.
एलजी ने कहा कि दिल्ली सरकार उसे मुद्दा बनाने की कोशिश कर रही है, जो मौजूद ही नहीं है. उन्होंने कहा कि हाल ही में सामने आए उन मुद्दों से लोगों का ध्यान हटाने की कोशिश की जा रही है, जिन्हें सीएम ने नजरअंदाज कर दिया है. उन्होंने कहा कि अगर उनके द्वारा दी गई सलाह और निर्देश सीएम और उनकी सरकार मानती है तो यह दिल्ली के लोगों के लिए अच्छा होगा.
'सीएम को अभद्र भाषा बोलकर पद की गरिमा गिरा रहे LG'
AAP ने 26 अक्टूबर को एलजी पर हमला बोलते हुए कहा था- हम एलजी द्वारा सीएम अरविंद केजरीवाल के लिए इस्तेमाल की जाने वाली भाषा का कड़ा विरोध करते हैं. वह रोज सार्वजनिक रूप से सीएम के लिए अभद्र भाषा का इस्तेमाल कर अपने पद की गरिमा को कम कर रहे हैं.
AAP ने कहा था कि सीएम एक निर्वाचित प्रतिनिधि हैं, जो लगातार तीसरी बार ऐतिहासिक वोटों के अंतर से चुनाव जीते हैं. सीएम को सार्वजनिक रूप से फटकार लगाना एलजी का काम नहीं है. एलजी चीप पब्लिसिटी चाहते हैं. वह रोज अखबारों में अपना नाम देखना चाहते हैं.