
दिल्ली की शराब नीति पर अन्ना हजारे द्वारा खड़े किए गए सवालों पर अब सीएम अरविंद केजरीवाल ने जवाब दिया है. केजरीवाल ने आरोप लगाया कि बीजेपी जानबूझकर अन्ना हजारे को आगे कर रही है और उनके कंधे पर रखकर बंदूक चला रही है.
सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे ने आप की शराबनीति से आहत होकर सीएम केजरीवाल को पत्र लिखा था. इसमें कहा गया था कि पहले तो केजरीवाल शराब के खिलाफ थे और बड़ी-बड़ी बातें करते हैं. लेकिन अब खुद शराब बेचवा रहे हैं. अन्ना ने पत्र में यह भी लिखा कि AAP पर भी सत्ता का नशा चढ़ गया है.
अब केजरीवाल ने कहा कि उनके (बीजेपी) शराब नीति पर आरोप चल नहीं पाए तो वे अन्ना हजारे को ले आए. अन्ना के कंधे पर रखकर बंदूक चला रहे हैं. केजरीवाल ने यह भी कहा कि इससे पहले किसी ने जब बीजेपी की नहीं सुनी तो वह कुमार विश्वास को लेकर आए जिन्होंने AAP को खालिस्तानी समर्थक बताया.
अन्ना ने क्या कहा था?
अन्ना हजारे ने पत्र में लिखा था कि उन्होंने हर वार्ड में शराब की दुकान खोली. शराब पीने की उम्र 25 साल से घटाकर 21 साल कर दी गई. मुझे यह सही नहीं लगा, इसलिए पहली बार में उनको पत्र लिख रहा हूं. हजारे ने यह भी लिखा था कि जब मैं प्रदर्शन कर रहा था, तब वह (केजरीवाल) मुझे गुरु कहते थे. अब वह भावना कहां है?
अब मीडिया से बात करते हुए केजरीवाल ने कहा कि वे (भाजपा) कहते रहे हैं कि शराब नीति में घोटाला हुआ है, लेकिन CBI ने कहा कि कोई घोटाला नहीं है. जनता इनकी बात नहीं मान रही है तो अब ये अन्ना हजारे के कांधे पर बंदूख रख के चला रहे हैं.
डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया के लॉकर की जांच पर भी केजरीवाल ने बात की. वह बोले कि हमें किसी भी जांच के लिए हमेशा तैयार रहना चाहिए. सीबीआई ने अपनी सारी जांच पूरी कर ली है. मनीष सिसोदिया से 14 घंटे तक पूछताछ की. उन्होंने उनके सवालों का संतोषजनक जवाब दिया. उनके लॉकर में कुछ नहीं मिला. उन्हें अनौपचारिक क्लीन चिट दे दी गई है.
CVC रिपोर्ट पर क्या बोले केजरीवाल
सीवीसी रिपोर्ट में स्कूल के क्लासरूम बनाने में अनियमितताओं की बात की गई है. इसपर केजरीवाल ने कहा कि वे (रिपोर्ट) कह रहे हैं कि सरकारी स्कूलों में इतने सारे क्लासरूम क्यों बन रहे हैं. मैं यहां अपने मेहमानों को तो रोकूंगा नहीं. यहां बच्चे पढ़ेंगे. वे कहते हैं कि वाशरूम क्यों बनते हैं. क्योंकि इनको हमारी छात्राएं इस्तेमाल करेंगी.