Advertisement

'चीन आंख दिखा रहा, बिजनेसमैन भारत छोड़ रहे...' गणतंत्र दिवस के बहाने केजरीवाल ने साधा केंद्र पर निशाना

केजरीवाल ने कहा कि सभी सरकारों का फर्ज बनता है कि हम उन सैनिकों का साथ दें. हमारा फर्ज बनता है कि हम चीन का बहिष्कार करें उसके साथ व्यापार बंद करें. लेकिन हो ये रहा है कि हम चीन से व्यापार लगातार बढ़ाते चले जा रहे हैं. 50% व्यापार बढ़ा दिया चीन के साथ हमने. उसको हम और अमीर बनाते जा रहे हैं और चीन उस पैसे से बड़े-बड़े हथियार तैयार कर रहा है.

अरविंद केजरीवाल (फाइल फोटो) अरविंद केजरीवाल (फाइल फोटो)
पंकज जैन
  • नई दिल्ली,
  • 25 जनवरी 2023,
  • अपडेटेड 12:42 PM IST

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने यहां छत्रसाल स्टेडियम में गणतंत्र दिवस के कार्यक्रम में हिस्सा लिया. यहां उन्होंने जनता को संबोधित करते हुए कहा कि आज जब हम 74वां गणतंत्र दिवस मना रहे है उसमें दो बातें बहुत महत्वपूर्ण है. उन्होंने कहा कि हमारी सीमाओं के ऊपर चीन कुछ सालों से आँखें दिखा रहा है. आज भी अखबार में छपा है कि चीन ने हमारे देश का कुछ हिस्सा कब्जा कर लिया है. हमारे सैनिक पूरी बहादुरी से मुक़ाबला कर रहे है बार्डर पर. 

Advertisement

'हमारा फर्ज बनता है कि चीन का बहिष्कार करें'

केजरीवाल ने आगे कहा कि दूसरी तरफ सभी सरकारों का फर्ज बनता है कि हम उन सैनिकों का साथ दें. हमारा फर्ज बनता है कि हम चीन का बहिष्कार करें उसके साथ व्यापार बंद करें. लेकिन हो ये रहा है कि हम चीन से व्यापार लगातार बढ़ाते चले जा रहे हैं. 50% व्यापार बढ़ा दिया चीन के साथ हमने. उसको हम और अमीर बनाते जा रहे हैं और चीन उस पैसे से बड़े-बड़े हथियार तैयार कर रहा है. हम चीन से क्या खरीद रहे है जूते-चप्पल, चश्मे, गद्दे जैसी चीजें. क्या ये चीजें हमें खरीदने की ज़रूरत है. हमारे देश में भी ये सभी चीजें बन सकती है. हमारे यहाँ बनेंगी तो रोजगार भी बढ़ेगा. करोड़ों युवाओं को रोजगार मिलेगा और चीन को बड़ा सबक मिलेगा.

Advertisement

'जनता सुप्रीम है जो जनता चाहेगी वही सरकार करेगी'

उन्होंने कहा कि पिछले 5 साल में 12 लाख लोग भारत छोड़ कर चले गये. अपने देश के लोगों को बाहर भेजने के बजाया हमें ऐसा करना होगा कि बाहर जो भारत के लोग हैं वो देश के लिये कुछ ऐसा करें कि सब देश लौटे यहीं व्यापार करें. देश को आगे बढ़ाये. जनता सुप्रीम है जो जनता चाहेगी वही सरकार करेगी. केजरीवाल ने एलजी का नाम लिए बिना कहा कि एक राज्य ऐसा है जहां जनता की सरकार ने कानून पास किये वहां एक आदमी उन सभी कानूनों को रोक रहा है. क्या ऐसा किसी को अधिकार होना चाहिये किसी को कि वो जनता के कानून को रोके, या किसी सरकार के काम को रोके.

'जनतंत्र के ऊपर पड़ता जा रहा है काला साया'

उन्होंने कहा कि- एक राज्य है जहां मुख्यमंत्री राज्यपाल को लिखता है कि विधानसभा का सदन बुलाना है लेकिन राज्यपाल इस पर भी सवाल खड़े कर देता है और सरकार के फैसले को रोक देता है. जो स्थिति है उसे देखकर लगता है कि हमारे जनतंत्र के ऊपर काला साया पड़ता जा रहा है. जनतंत्र का पालन नहीं किया जा रहा है. कोई राज्यों में ये हो रहा है. एक रिपोर्ट के मुताबिक दिल्ली में मंहगाई दर सबसे कम है. सबसे सस्ती चीजें दिल्ली में है. बिजली-पानी मुफ्त है. शानदार सरकारी स्कूल हैं और स्कूल में शिक्षा मुफ्त है. अस्पताल में इलाज मुफ्त है. राशन मुफ्त है. तीर्थयात्रा और बसों में महिलाओं का सफर मुफ्त है. इसलिये दिल्ली में मंहगाई दर सबसे कम है.

Advertisement

'उम्मीद है कि केन्द्र सरकार खाने पीने की चीजों पर GST हटायेगी'

मुख्यमंत्री ने आगे कहा- पिछले 1 साल में कई खाने पीने की चीजों के ऊपर GST लगा दिया गया और ये सभी चीजें महंगी हो गयी हैं. मुझे उम्मीद है कि केन्द्र सरकार इन पर GST हटायेगी और देश की जनता को राहत देगी. GST को इतना जटिल बना दिया है कि कई व्यापारी परेशान हैं. लोग समझ नहीं पाते. उन्होंने कहा- अभी मैं तेलंगाना गया था , वहां के मुख्यमंत्री ने बुलाया था. वहां पर मैंने देखा कि वहां की सरकार  चार करोड़ लोगों का आँखों का टेस्ट करवा रही है. सरकार जिनको चश्मों की जरूरत होगी उनको चश्मा देगी, जिनको ऑपरेशन की जरूरत होगी उनका ऑपरेशन मुफ्त में करवायेगी. मैं इसे दिल्ली में भी करवाऊँगा. दिल्ली की जनता का आँखों का चैकअप, ऑपरेशन और बाकी सुविधा मुफ्त में दिलावायेंगे. पंजाब के मुख्यमंत्री भी ये करने वाले है.

'सीखने के बजाय लड़ रहे हैं'

सीएम ने कहा- हमें आपस में इसी तरह सीखने की जरूरत है. सीख लेंगे तो देश की सभी समस्याओं का समाधान हो जायेगा. हम सीखने के बजाय लड़ने के काम कर रहे हैं. सरकारों से, जुडिशियरी से, व्यापारी से और भी लोगों से लड़ते जा रहे हैं. क्या जरूरत है लड़ने की? सब मिलकर देश को नंबर वन बना सकते हैं.

Advertisement

'देश का स्टार्ट अप कैपिटल बन चुका है दिल्ली'

उन्होंने कहा- दिल्ली देश का स्टार्ट अप कैपिटल बन चुका है. पिछली साल दिल्ली में 5 हजार स्टार्ट अप शुरू हुए. दिल्ली में देश में सबसे ज़्यादा ई वाहन वाला शहर बन चुका है, कर्नाटक से भी ज्यादा. दिल्ली में देश में सबसे ज्यादा पेड़ हैं.  दिल्ली देश का एजुकेशन कैपिटल बन चुका है, देश के टॉप 10 में से 5 स्कूल दिल्ली के हैं. दिल्ली सरकार शिक्षा पर बजट का 25% खर्च करती है, कोई राज्य नहीं करता. दिल्ली में स्कूलों में 25% छात्र बढ़ ग‌ए हैं. जब हमारी सरकार बनी तो 14 लाख बच्चे थे अब 18 लाख हैं. केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली हेल्थ कैपिटल बन गया है, दिल्ली में 1000 लोगों पर 3 डॉक्टर हैं, ये अमेरिका से भी ज्यादा है. दिल्ली में 2.5 लाख CCTV लगाए गए, जोकि इंग्लैंड से भी ज्यादा है. आज आपकी दिल्ली बड़े बड़े देशों को पीछे छोड़ रही है, भगवान करें कि सब मिलकर देश को आगे ले जाएं.


 

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement