
विधानसभा चुनाव से पहले आम आदमी पार्टी सरकार महिलाओं को डीटीसी बसों और मेट्रो में मुफ्त सफर की स्कीम देने की तैयारी पर विचार कर रही है. शनिवार देर शाम नई दिल्ली विधानसभा क्षेत्र की लोधी कॉलोनी में लोगों से मिलने पहुंचे अरविंद केजरीवाल ने महिलाओं को डीटीसी बसों और मेट्रो में फ्री ट्रेवल देने की बात कही.
अरविंद केजरीवाल ने लोगों से कहा है कि "3 जून को एक बड़ा ऐलान होने वाला है. एक सुझाव आया है कि महिलाओं की सुरक्षा को लेकर अगर महिलाओं को पब्लिक ट्रांसपोर्ट ज्यादा से ज्यादा इस्तेमाल करने के लिए जागरूक किया जाए तो महिलाओं के लिए डीटीसी बसों और मेट्रो में सारा किराया महिलाओं का माफ कर दिया जाए. डीटीसी बसों और मेट्रो में ट्रेवल फ्री कर दिया जाए."
1200 करोड़ रुपए का बढ़ेगा बोझ
आगे चुनावी मोड में आते हुए केजरीवाल वोट मांगना नहीं भूले. सरकारी खजाने से फ्री सेवा के लिए खर्च होने वाले बजट की वजह बताते हुए केजरीवाल ने दावा किया कि आम आदमी पार्टी सरकार पैसे बचा रही है. उन्होंने कहा कि "ये मेरा अपना पैसा नहीं है, ये वही पैसा है जो पिछली सरकार के पास था. हमने कोई टैक्स नहीं बढ़ाया. भ्रष्टाचार खत्म करके बहुत पैसा बचा रहे हैं. सरकार को आगे बढ़ाने और आशीर्वाद देने की जिम्मेदारी अब आपकी है." दिल्ली सरकार से मिली जानकारी के मुताबिक परिवहन विभाग ने दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन से पूछा है कि इस योजना को कैसे लागू किया जा सकता है? इसके लिए मुफ्त पास की व्यवस्था होगी या कोई अन्य विकल्प होगा? अनुमान है कि योजना को दिल्ली मेट्रो और डीटीसी की बसों में लागू करने पर सरकार पर प्रति वर्ष करीब 1200 करोड़ रुपए का बोझ पड़ेगा.
बसों व मेट्रो में कुल यात्रियों में 33 फीसद महिलाएं होती हैं. इस हिसाब से जो अनुमान लगाया गया है उसके अनुसार, प्रति वर्ष करीब 200 करोड़ रुपए का खर्च बसों को लेकर सरकार पर आएगा. मेट्रो में महिलाओं की मुफ्त यात्रा पर करीब एक हजार करोड़ का खर्च प्रति वर्ष आएगा. परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने शुक्रवार को मेट्रो के अधिकारियों को बुलाकर इस योजना को लेकर चर्चा की थी. दिल्ली सरकार ने इसके लिए मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (डीएमआरसी) से जल्द प्रस्ताव लाने को कहा है.
वोटर्स से पूछ रहे गलती
दरअसल अरविंद केजरीवाल ने लोकसभा चुनाव में हार के बाद बिना देरी किए आगामी विधानसभा चुनाव की तैयारी शुरू कर दी है. केजरीवाल अलग अलग इलाकों में जाकर न सिर्फ नए वादे कर रहे हैं बल्कि समस्याओं को तुरंत निपटाने के आश्वासन भी दे रहे हैं. चुनावी प्रचार की तरह लोगों से अरविंद केजरीवाल कह रहे हैं कि आम आदमी पार्टी एक छोटा सा पौधा है, इस पौधे को बचाकर रखना हम सभी के लिए जरूरी है. अगर पौधा मर गया तो उम्मीद की किरण खत्म हो जाएगी.
केजरीवाल लोगों से लोकसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी को वोट न देने की वजह और गलतियां पूछ रहे हैं. दिल्ली की लोधी कॉलोनी में लोगों से बात करते हुए शनिवार रात को केजरीवाल ने कहा कि "आपके सामने एक पीड़ा रखना चाहता हूं. आपने 2015 में 70 में से 67 सीट दे दी लेकिन लोकसभा चुनाव में आपका साथ नही मिला, मैं जानना चाहता हूं कि हमसे कोई गलती तो नही हुई. कोई ऐसी चीज जिसे सुधारने की जरूरत है? मैं उम्मीद करता हूं कि जो आने वाला चुनाव है, कुछ लोग कह रहे हैं शायद अक्टूबर में ही चुनाव हो जाएगा और कुछ लोग कह रहे हैं कि फरवरी में चुनाव होगा. जब भी चुनाव हो, मैं उम्मीद करता हूं कि जो आपका समर्थन 2015 में था, उसी किस्म का समर्थन दिल्ली सरकार के काम के लिए मिलेगा."