
दिल्ली की राऊज एवेन्यू कोर्ट ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की रिमांड पर अपना फैसला सुना दिया है. कोर्ट ने ईडी को 28 मार्च तक के लिए अरविंद केजरीवाल की रिमांड दी है. इस बीच कोर्ट के अंदर आज तक से बात करते हुए केजरीवाल ने कहा कि कि मैं मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा नहीं दूंगा और अगर करना पड़ा तो जेल से सरकार चलाऊंगा.
केजरीवाल ने 'आज तक' के साथ लंबी बातचीत में अपनी गिरफ्तारी के बारे में खुलकर बात की और कहा कि सीएम पद से इस्तीफा नहीं दूंगा, अगर करना पड़ा तो जेल से सरकार चलाऊंगा. उन्होंने कहा कि अंदर हो या बाहर... सरकार वहीं से चलेगी. केजरीवाल ने कहा, 'मुझे यकीन है कि हमें दिक्कतें आएंगी लेकिन हम इसी से काम करने की कोशिश करेंगे. दिल्ली की जनता यही चाहती है."
सोचा नहीं था ईडी इतनी जल्द आ जाएगी- केजरीवाल
अपनी हेल्थ को लेकर केजरीवाल ने कहा कि हेल्थ एकदम फर्स्ट क्लास है. ईडी के अचानक आने पर केजरीवाल ने कहा, 'मुझे इसकी उम्मीद नहीं थी.मैंने नहीं सोचा था कि हाई कोर्ट के आदेश के बाद ईडी इतनी जल्दी मुझे गिरफ्तार करने आएगी, सोचा कि वे गिरफ़्तारी से पहले कम से कम 2-3 दिन इंतज़ार करेंगे. मुझे अपने माता-पिता से आशीर्वाद लेने का मौका नहीं मिला, इससे पहले कि ईडी मुझे ले गए. ईडी के आने से पहले माता-पिता के साथ बैठा था.'
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इनका मकसद पूछताछ करना नहीं- केजरीवाल
उन्होंने आगे कहा कि ईडी अधिकारियों ने अच्छा और सम्मानपूर्वक व्यवहार किया.कल रात कोई पूछताछ नहीं हुई. हिरासत के दौरान भी ज्यादा पूछताछ होने की उम्मीद नहीं है. क्या आप डरे हुए हैं? इस सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने कहा, बिल्कुल डरा हुआ नहीं हूं, उन्हें जो भी चाहिए मैं पूरी तरह तैयार हूं. इनका उद्देश्य पूछताछ करना तो है ही नहीं.जनता का समर्थन ही मायने रखता है.
केजरीवाल को शराब घोटाले का किंगपिंग बताने के सवाल पर उन्होंने कहा, 'नीति कई स्तरों से गुज़री .. विधि सचिव, वित्त सचिव सभी ने हस्ताक्षर किए. एलजी ने भी किए हस्ताक्षर. समझ नहीं आता कि केजरीवाल और सिसौदिया ही कटघरे में कैसे हैं?'
ईडी के गंभीर आरोप
आपको बता दें कि गुरुवार शाम को ईडी की टीम अचानक से 10वां समन लेकर केजरीवाल के घर पहुंच गई थी और करीब 2 घंटे तक पूछताछ करने के बाद उन्हें शराब नीति मामले में गिरफ्तार कर लिया गया. जिसके बाद आज उन्हें राउज एवेन्यू कोर्ट में पेश किया गया और कोर्ट ने उन्हें 7 दिनों तक के लिए ईडी की हिरासत में भेज दिया.
ईडी ने रिमांड कॉपी में कहा कि शराब नीति के निर्माण, कार्यान्वयन और अनियमितताओं से अपराध की आय के उपयोग में अरविंद केजरीवाल की भूमिका है. ईडी ने कहा कि सीएम केजरीवाल दिल्ली सरकार के मंत्रियों, AAP नेताओं और अन्य व्यक्तियों की मिलीभगत से दिल्ली शराब नीति घोटाले के मुख्य साजिशकर्ता हैं. जांच एजेंसी ने कहा कि अरविंद केजरीवाल कुछ व्यक्तियों को लाभ पहुंचाने के लिए शराब नीति 2021-22 तैयार करने की साजिश में शामिल थे और उक्त नीति में लाभ देने के बदले में उन्होंने शराब व्यवसायियों से रिश्वत ली थी.
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रिमांड नोट में ED ने लिखा है कि शराब नीति बनाने में केजरीवाल की अहम भूमिका है. इसके बदले में जो पैसा आया, उस पैसे को गोवा चुनाव में लगाया गया था. ईडी ने कहा कि विजय नायर और मनीष सिसोदिया के साथ मिलकर साउथ लॉबी से पैसा लिया गया. ED ने अपनी रिमांड अर्जी में कहा कि शराब नीति साउथ ग्रुप को दिए जाने वाले लाभों को ध्यान में रखते हुए विजय नायर, मनीष सिसोदिया, साउथ ग्रुप के सदस्यों और अन्य लोगों की मिलीभगत से बनाई गई थी.
ईडी ने कहा कि दो बार कैश का ट्रांसफर हुआ था. शराब घोटाले का आरोपी विजय नायर केजरीवाल के लिए काम कर रहा था. नायरर दरअसल केजरीवाल के घर के पास ही रह रहा था. वह केजरीवाल का करीबी था. वह दरअसल बिचौलिये की तरह काम कर रहा था. केजरीवाल ने दक्षिण लॉबी से रिश्वत मांगी थी. हमारे पास उनके खिलाफ रिश्वत मांगने के पुख्ता सबूत हैं.