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केजरीवाल बोले-यूट्यूबर ध्रुव राठी का वीडियो रीट्वीट करना मेरी गलती, सुप्रीम कोर्ट से मामला बंद करने की मांग

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सोमवार को सुप्रीम कोर्ट को बताया कि मई 2018 में यूट्यूबर ध्रुव राठी द्वारा पोस्ट किए गए वीडियो को रीट्वीट करना एक गलती थी. सीएम ने सुप्रीम कोर्ट से कहा कि वह इस मामले को बंद करना चाहते हैं.

फाइल फोटो फाइल फोटो
कनु सारदा
  • नई दिल्ली,
  • 26 फरवरी 2024,
  • अपडेटेड 11:18 PM IST

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सोमवार को सुप्रीम कोर्ट को बताया कि मई 2018 में यूट्यूबर ध्रुव राठी द्वारा पोस्ट किए गए वीडियो को रीट्वीट करना एक गलती थी. सीएम ने सुप्रीम कोर्ट से कहा कि वह इस मामले को बंद करना चाहते हैं.

केजरीवाल की ओर से पेश वरिष्ठ वकील अभिषेक मनु सिंघवी ने जज संजीव खन्ना और दीपांकर दत्ता की पीठ से कहा, 'मुझे यह स्वीकार करने में कोई दिक्कत नहीं है कि यह एक गलती थी.' इस पर जज खन्ना ने शिकायतकर्ता के वकील से पूछा, डॉ. सिंघवी मानते हैं कि यह एक गलती थी. क्या आप इस मामले को बंद करने के लिए सहमत हैं? 

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यह भी पढ़ें: अरविंद केजरीवाल ने फिर ED को दिखाया ठेंगा, कहा- COURT के फैसले का इंतजार करें

शिकायतकर्ता के वकील ने पीठ से कहा कि वह इस पर निर्देश लेंगे. इसके बाद सिंघवी ने पीठ से नोटिस जारी करने का अनुरोध किया और कहा, 'वे मुझ पर (केजरीवाल) बहुत तेजी से मुकदमा चला रहे हैं. वे इसे आगे बढ़ा रहे हैं. हम ट्रायल कोर्ट के समक्ष स्थगन का अनुरोध करेंगे.' इसके बाद जस्टिस खन्ना ने कहा, 'उन्हें कोर्ट में पेश होने की जरूरत नहीं है.' इस पर सिंघवी ने कहा, 'चुनाव के संदर्भ में वे सुनवाई में तेजी ला रहे हैं.' इसके बाद अदालत ने शिकायतकर्ता के वकील राघव अवस्थी से निर्देश प्राप्त करने को कहा कि क्या केजरीवाल का यह कहना कि इसे रिट्वीट करना एक गलती थी, पर्याप्त होगा.

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पीठ ने यह भी निर्देश दिया कि निचली अदालत कोई भी कठोर कदम नहीं उठाएगी और सुनवाई की अगली तारीख तक मामले पर सुनवाई नहीं की जाएगी. पीठ ने सिंघवी से पूछा कि, इस मामले को देखने के दो तरीके हैं, एक तो यह कि समर्थन है और दूसरा तरीका यह है कि आपने इंटरनेट पर कुछ पाया है और उसे ट्वीट कर दिया है. और यह आपके खिलाफ जाता है.

शीर्ष अदालत अरविंद केजरीवाल की याचिका पर सुनवाई कर रही थी, जिन्होंने मई 2018 में YouTuber ध्रुव राठी द्वारा शेयर किए एक कथित मानहानिकारक वीडियो को रीट्वीट किया था. जिसके बाद उन पर आपराधिक मानहानि का मामला शुरू कर दिया गया. केजरीवाल को समन जारी हुआ जिसे रद्द कराने के लिए वह सुप्रीम कोर्ट पहुंचे.

राठी ने 2018 में एक ट्वीट पोस्ट कर 'आई सपोर्ट नरेंद्र मोदी' नाम के ट्विटर पेज के संस्थापक और संचालक पर 'बीजेपी आईटी सेल पार्ट-2' जैसा व्यवहार करने का आरोप लगाया था. केजरीवाल ने इस ट्वीट को रीट्वीट किया.

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