
दिल्ली पुलिस ने जहांगीरपुरी इलाके से 6 अवैध बांग्लादेशी घुसपैठियों को गिरफ्तार किया है. ये सभी ट्रांसजेंडर के रूप में रह रहे थे. पकड़े गए आरोपियों ने अपनी पहचान छुपाने के लिए मामूली सर्जरी और हार्मोनल ट्रीटमेंट भी करवाया था, ताकि वे ट्रांसजेंडर समुदाय में घुलमिल सकें. पुलिस जांच में पता चला कि ये घुसपैठिए एक प्रतिबंधित मोबाइल ऐप के जरिए बांग्लादेश में अपने परिवार से संपर्क कर रहे थे. उनके पास से छह मोबाइल फोन बरामद किए गए हैं, जिनमें यह आपत्तिजनक ऐप मिला.
गुप्त सूचना पर हुई गिरफ्तारी
दरअसल, दिल्ली पुलिस की फॉरेनर्स सेल को सूचना मिली थी कि कुछ बांग्लादेशी नागरिक ट्रांसजेंडर के रूप में भीख मांगकर अपनी पहचान छुपा रहे हैं. गुरुवार को जहांगीरपुरी मेट्रो स्टेशन के पास दबिश देकर इन सभी को गिरफ्तार कर लिया गया. पुलिस के अनुसार, पकड़े गए घुसपैठियों की पहचान मो. जकरिया मोइना खान (24), सुहाना खान (21), आखी सरकार (22), मो. बाओजिद खान (24), मो. राणा उर्फ लोबली (26) और जॉनी हुसैन (20) के रूप में हुई है. ये सभी बांग्लादेश के बरगुना, गाजीपुर, मदारीपुर, सिराजगंज और नौगांव जिलों से ताल्लुक रखते हैं.
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तस्करों की मिलीभगत से हुई घुसपैठ
पूछताछ में आरोपियों ने भारत में घुसपैठ का पूरा नेटवर्क उजागर किया है. उन्होंने बताया कि वे तस्करों की मदद से अवैध रूप से भारत में दाखिल हुए और ट्रेन के जरिए दिल्ली पहुंचे. अपनी पहचान छुपाने के लिए सर्जरी करवाई और ट्रांसजेंडर के रूप में रहने लगे. गिरफ्तारी के बाद सभी घुसपैठियों को आरके पुरम स्थित विदेशी क्षेत्रीय पंजीकरण कार्यालय (FRRO) को सौंप दिया गया है, जहां से उनकी वापसी की प्रक्रिया शुरू की जाएगी.
दिल्ली के गृह मंत्री आशीष सूद ने शुक्रवार को स्पष्ट किया कि राजधानी में किसी भी अवैध घुसपैठिए को रहने नहीं दिया जाएगा. उन्होंने कहा, पुलिस के सहयोग से सभी घुसपैठियों और उन्हें शरण देने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. दिल्ली को जल्द ही अवैध घुसपैठियों से मुक्त किया जाएगा. वहीं, पुलिस अब इस अवैध नेटवर्क को पूरी तरह खत्म करने के लिए छानबीन कर रही है. साथ ही यह भी पता लगाया जा रहा है कि इन घुसपैठियों को भारत में लाने में किन तस्करों की भूमिका थी.