
दिल्ली में तबादलों को लेकर घमासान मचा है, केजरीवाल ने पीएम मोदी के इशारे पर उनके अफसरों को हटाने का आरोप लगाया, तो पलटवार दिल्ली बीजेपी की तरफ से हुआ. दिल्ली बीजेपी के अध्यक्ष सतीश उपाध्याय ने केजरीवाल पर सवालों की बौछार कर दी और कहा कि केजरीवाल को अब बार-बार प्रधानमंत्री का नाम लेना बंद करना चाहिए, क्योंकि अब ये रिकॉर्ड बहुत पुराना हो चुका है.
उन्होंने सवाल किया कि दिल्ली के इतिहास में आज तक कभी ऐसा हुआ की इंजीनियर इन चीफ को सीधे पीडब्ल्यूडी सेक्रटरी बना दिया गया हो. उन्होंने कहा कि जिस अफसर पर कॉमनवेल्थ गेम में सबसे ज्यादा सवाल उठे हैं, उसे पीडब्ल्यूडी जैसे विभाग का सेक्रेटरी जिनको बनाया गया है, केजरीवाल बताएं कि क्या कॉमनवेल्थ घोटाले में उनका नाम नहीं था.
उपाध्याय ने आगे पूछा कि क्या कभी किसी रेवेन्यू सर्विस के अफसर को को सेक्रेटरी बनाया गया है. लेकिन केजरीवाल साहब ने बनाया क्योंकि इन्होंने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के साथ लंगोटिया यार की तरह काम किया. केजरीवाल सरकार की मंशा पर सवाल उठाते हुए दिल्ली बीजेपी के अध्यक्ष ने पूछा इन दो अफसरों की ही चिंता क्यों है? उन्होंने कहा कि केजरीवाल ने राजेंद्र कुमार और नवलेन्द्र मामले पर बहुत बड़ा ढिंढोरा पीटा था. इन दोनों अफसरों के यहां सीबीआई की रेड होती है, वह भी भ्रष्टाचार के मामले में है.
लेकिन यशपाल गर्ग और अश्विनी कुमार ऐसे अफसर है जिनको केजरीवाल साहब ने कोई काम नहीं दिया, क्योंकि ये दोनों इमानदार अफसर हैं और केजरीवाल सरकार के गलत और गैर-संवैधानिक कामों में शामिल नहीं होते हैं. सतीश उपाध्याय के मुताबिक अगर हाई कोर्ट में ऐसा फैसला नहीं होता तो केजरीवाल अपनी मनमर्जी कर रहे थे. देश के प्रधानमंत्री के पास क्या बस यही काम रह गया है कि दिल्ली में काम देखे. इससे ज्यादा बकवास कुछ हो नहीं सकती.