
दिल्ली में राजनीति गरमाई हुई है, एक तरफ जहां पेड़ काटने को लेकर आम आदमी पार्टी केंद्र सरकार और बीजेपी पर हमले कर रही है तो वहीं बीजेपी पानी और बिजली के मुद्दे पर केजरीवाल सरकार पर हमलावर है.
दिल्ली बीजेपी के अध्यक्ष मनोज तिवारी ने शुक्रवार को कहा कि केजरीवाल सरकार के पास जो अधिकार है, उस पर काम नहीं करते. इसलिए जनता का ध्यान भटकाने के लिए हर रोज़ मुद्दे चुनते हैं और उसपर राजनीति करते हैं. तिवारी ने कहा कि दिल्ली के कई इलाकों में पानी की किल्लत है, केजरीवाल पानी और बिजली पर कोई बात करने को राजी नहीं हैं.
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने अरविंद केजरीवाल सरकार पर बिजली वितरण कंपनियों के साथ मिलकर बिजली कनेक्शन का लोड बढ़ाने के नाम पर 800 करोड़ रुपये का घोटाला करने का आरोप लगाया है. दिल्ली सरकार की भागीदारी वाली बिजली वितरण कंपनियां उपभोक्ताओं से लगभग 23000 मेगावाट लोड के आधार पर स्थायी शुल्क वसूल रही हैं. जबकि खुद दिल्ली सरकार का कहना है कि दिल्ली में बिजली की मांग करीब 7000 मेगावाट है तो बिजली कंपनियां किस आधार पर दिल्ली वालों से करीब 23000 मेगावाट लोड के मुताबिक पैसा वसूल रहे हैं.
इस तरह से दिल्ली सरकार प्रतिमाह जनता से लगभग 287 करोड़ रुपये डिस्कॉम को दिलवा रही है. इसके साथ ही वह डिस्कॉम को 200 करोड़ प्रतिमाह सब्सिडी भी दे रही है. यानी बिजली कंपनियों अभी तक उपभोक्ताओं से 800 करोड़ रुपये ज्यादा वसूल चुकी हैं, तो वहीं सालाना 2400 करोड़ बनता है.
बीजेपी ने निशाना साधते हुए कहा कि केजरीवाल सरकार जानती है कि अब 2019 चुनाव के कुछ ही दिन बचे हैं, इसलिए पूर्ण राज्य का मुद्दा उठा रही है जबकि पानी और बिजली पूरी तरह केजरीवाल सरकार के अधीन हैं. इसलिए पानी नहीं मिल रहा है और बिजली कंपनियों को फायदा पहुंच रहा है. बता दें कि दिल्ली बीजेपी बिजली के मुद्दे को लेकर शनिवार से विरोध प्रदर्शन करेगी.