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MP महेश गिरी ने की दिल्ली की तीनों MCD को एक करने की मांग

गिरी ने आरोप लगाया कि निगमों को बांटने के बाद ना तो कांग्रेस और ना ही आम आदमी पार्टी अब इसकी चिंता कर रही है, जिसका खामियाजा तीनों निगमों के साथ-साथ दिल्ली की जनता को भुगतना पड़ रहा है.

बीजेपी सांसद महेश गिरि बीजेपी सांसद महेश गिरि
रवीश पाल सिंह/सुरभि गुप्ता
  • नई दिल्ली,
  • 20 जुलाई 2017,
  • अपडेटेड 7:51 AM IST

संसद के चल रहे मानसून सत्र में बुधवार को पूर्वी दिल्ली के सांसद महेश गिरी ने दिल्ली की तीनों एमसीडी को फिर से एक करने की मांग रखी है. महेश गिरी ने इस दौरान बताया कि वो इस बारे में पीएम मोदी को भी पत्र लिख कर अवगत करा चुके हैं.

दिल्ली की तीनों एमसीडी खस्ताहाल

गिरी ने आरोप लगाया कि निगमों को बांटने के बाद ना तो कांग्रेस और ना ही आम आदमी पार्टी अब इसकी चिंता कर रही है, जिसका खामियाजा तीनों निगमों के साथ-साथ दिल्ली की जनता को भुगतना पड़ रहा है. गिरी ने इस दौरान कहा कि दिल्ली की तीनों एमसीडी खस्ताहाल हैं और अपने कर्मचारियों को वक्त पर सैलरी दे पाने में असमर्थ हैं. आए दिन सफाई कर्मचारी हड़ताल पर चले जाते हैं और दिल्ली की जनता को गंदगी के बीच में रहना पड़ता है.

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2012 में हुआ था विभाजन

गिरी ने संसद में कहा कि पूर्वी दिल्ली नगर निगम की हालत सबसे ज्यादा खराब है क्योंकि इसकी आय का प्रमुख हिस्सा प्रॉपर्टी टैक्स, पार्किंग, विज्ञापन और दिल्ली सरकार के प्लान फंड से आता है, लेकिन दिल्ली सरकार फंड देती नहीं और पूर्वी दिल्ली में ज्यादातर अनाधिकृत कॉलोनियों के कारण राजस्व मिल नहीं पाता. महेश गिरी ने संसद में कहा कि तीनों एमसीडी को एक किए बिना दिल्ली को साफ नहीं रखा जा सकता. इसलिए तीनों एमसीडी को फिर से एक कर दिया जाए. आपको बता दें कि 2012 में शीला दीक्षित ने एमसीडी को ईस्ट, नॉर्थ और साउथ एमसीडी में बांट दिया था. तीनों नगर निगमों में पिछले 11 वर्षों से बीजेपी का कब्जा है.

पहले भी उठ चुका है मुद्दा

आपको बता दें कि दिल्ली बीजेपी के कई नेता बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के सामने भी इस मुद्दे को उठा चुके हैं. हाल ही में अमित शाह के दिल्ली प्रवास कार्यक्रम में भी तीनों एमसीडी को एक करने की मांग अमित शाह के सामने रखी गयी, हालांकि दिल्ली बीजेपी की तरफ से अभी तक इस पूरे मामले में कोई आधिकारिक पक्ष नहीं आया है कि वो तीनों एमसीडी को एक करने के समर्थन में है या नहीं.

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