
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर बीजेपी नेता और प्रवक्ता संबित पात्रा ने वैक्सीन, ऑक्सीजन सप्लाई और मेडिकल सुविधाओं पर राजनीति करने का आरोप लगाया है. संबित पात्रा ने कहा कि अरविंद केजरीवाल सरकार विज्ञापन पर तो करोड़ों खर्च कर रही है, लेकिन कोरोना महामारी से निपटने में उनकी कोशिश केवल जुबानी ही है.
उन्होंने कहा कि पिछले 7 सालों में केजरीवाल सरकार ने दिल्ली में एक भी हॉस्पिटल नहीं खोला है. यहां तक कि महामारी से निपटने को लेकर केजरीवाल, केवल राजनीति कर रहे हैं. उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि दिल्ली में वैक्सीन की रफ्तार भी बहुत धीमी है. यही नहीं दिल्ली सरकार ने ऑक्सीजन को वोट बटोरने की मशीन बना लिया है.
संबित पात्रा ने कहा कि 26 अप्रैल 2021 को दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने एक प्रेस कांफ्रेंस के दौरान कहा कि हम 1.34 करोड़ वैक्सीन का ऑर्डर देने जा रहे हैं जिसकी कीमत करीब 1400 करोड़ है. आज वो कहते हैं कि उनके पास कुछ नहीं है.
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संबित पात्रा ने कहा कि दिल्ली में 45+ उम्र के लोगों में सिर्फ 8.93 फीसदी लोगों को ही वैक्सीन की दोनों डोज मिली हैं. वहीं 60+ उम्र के लोगों में सिर्फ 48.03 फीसदी लोगों को उनकी पहली डोज मिली है. वहीं इसी उम्र के लोगों में सिर्फ 17 फीसदी लोगों को दूसरी डोज मिली है. यह सब तब हो रहा है जब मोदी सरकार मुफ्त में वैक्सीन भेज रही है.
दिल्ली सरकार कोविड प्रबंधन नहीं कर पा रही: संबित पात्रा
उन्होंने आरोप लगाया कि दिल्ली की सरकार ने सही समय पर सही तरीके से वैक्सीनेशन को आगे नहीं बढ़ाया, इसलिए कई लोगों को वैक्सीन नहीं मिल पाई. ऑक्सीजन के मामले पर भी केजरीवाल जी राजनीति कर रहे हैं. दिल्ली सरकार कोविड प्रबंधन नहीं कर पा रही है. इसके अलावा संबित पात्रा ने आरोप लगाया कि दिल्ली सरकार ने सही समय पर वेंटिलेटर्स के लिए कोई ऑर्डर नहीं किया. ऑक्सीजन ऑडिट को लेकर सीएम केजरीवाल ने मना कर दिया था.
संबित पात्रा ने सामने रखा दिल्ली सरकार का विज्ञापन पर खर्च
संबित ने कहा कि जब दिल्ली में प्रति व्यक्ति ऑक्सीजन की उपलब्धता अधिकतम है, फिर वो ऑक्सीजन कहां जा रहा है, हम ये सवाल पूछते हैं. इसके बाद उन्होंने दिल्ली सरकार द्वारा प्रचार में खर्च किये गए रुपयों के बारे में बात की. उन्होंने साल 2015 से लेकर अब तक विज्ञापन में दिल्ली सरकार द्वारा हुए खर्च को सामने रखा. उन्होंने बताया-
In 2015-16 - Rs 81.23 crore
In 2016-17 - Rs 67.25 crore
In 2017-18 - Rs 117.76 crore
In 2018-19 - Rs 45.54 crore
In 2019-20 - Rs 199.99 crore
In 2020-21 - Rs 293.16 crore
7 साल में दिल्ली में एक भी नया अस्पताल नहीं: संबित पात्रा
साबित ने कहा कि यह आंकड़ा देखें तो करीब एक हजार करोड़ रुपया दिल्ली सरकार ने सिर्फ विज्ञापन में खर्च किया है. उन्होंने आगे कहा कि एक RTI से पता चला है कि पिछले 7 साल में दिल्ली में एक भी नया अस्पताल नहीं खुला है. और मोहल्ला क्लीनिक के विषय में भी 2 दिन पहले दिल्ली हाईकोर्ट ने टिप्पणी की है. लेकिन ये सब जानते हैं कि इन मोहल्ला क्लीनिक में कोविड से संबंधित प्राथमिक उपचार भी नहीं हो रहा.
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