
दिल्ली विधानसभा के विशेष सत्र के दौरान शुक्रवार को सदन में दिल्ली सेवा कानून को लेकर चर्चा हुई. इस दौरान दिल्ली सरकार में सर्विसेज विभाग की कैबिनेट मंत्री आतिशी ने कहा कि 2013 में जब दिल्ली में विधानसभा चुनाव थे, जहां भाजपा के ट्विटर हैंडल पर बार-बार यही कहा गया कि दिल्ली को पूर्ण राज्य का दर्जा मिलना चाहिए, दिल्ली के लोगों को उनका अधिकार मिलना चाहिए. यहां तक कि 2013 का भाजपा के चुनावी घोषणा पत्र में वादा किया गया था कि दिल्ली को पूर्ण राज्य का दर्जा दिलवाएंगे, 2014 में भी जब भाजपा केंद्र का चुनाव जीत कर आई तो उनके नेता हर्षवर्धन ने कहा कि पीएम मोदी अपना सबसे पहला वादा दिल्ली को पूर्ण राज्य बनाने का पूरा करेंगे. बेहद आश्चर्यजनक बात है कि ऐसा क्या हुआ कि भाजपा दिल्ली को पूर्ण राज्य का दर्जा दिलाने की जो लड़ाई 2014 तक लड़ती आई, 2014 के बाद ऐसा क्या हो गया कि वो अपना वादा भूल गई?
सदन में मंत्री आतिशी ने कहा कि 2015 में दिल्ली में कुछ ऐसा अद्भुत हुआ कि भाजपा दिल्ली को पूर्ण राज्य बनाने का अपना वादा भूल गई. 2015 से पहले दिल्ली के लोग देश के बाकी लोगों की तरह परेशान, हताश और निराश रहते थे. लोगों मानते थे कि सरकारें आती है-सरकारें जाती है, पार्टियां आती हैं-पार्टियां जाती हैं लेकिन आम आदमी की जिन्दगी में कोई बदलाव नहीं आ रहा. उसे महीने की पहली तारीख को ही सोचना पड़ता है कि इस महीने मेरा घर कैसे चलेगा. उसे सोचना पड़ता है कि कोई बीमार हो गया तो घर गिरवी रखना पड़ेगा. बच्चे को अच्छी शिक्षा देनी है तो पेट काटकर प्राइवेट स्कूल में भेजना पड़ेगा. लेकिन अरविंद केजरीवाल जी ने दिल्ली के लोगों की इस सोच को बदलने का काम किया.
उन्होंने कहा कि 2015 में दिल्ली के लोगों ने अरविंद केजरीवाल को अपना प्यार दिया, आशीर्वाद दिया, अपना वोट दिया. इस सदन में आम आदमी पार्टी को 70 में से 67 सीटें जिताकर भेजा. यहीं से भाजपा की कहानी पलट गई और उन्हें समझ आ गया कि यदि अरविंद केजरीवाल की भ्रष्टाचार ख़त्म करने की राजनीति, फ्री बिजली देने की राजनीति, घर-घर पानी पहुंचाने की राजनीति, बच्चों को अच्छी शिक्षा देने की राजनीति, लोगों को अच्छा इलाज देने की राजनीति चल गई तो भाजपा की दुकान बंद हो जाएगी.
'8 साल तक मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने संघर्ष किया'
मंत्री आतिशी ने कहा कि भाजपा के इस डर की वजह से मई 2015 में गृह मंत्रालय द्वारा एक गैर कानूनी और गैर संवैधानिक नोटिफिकेशन जारी किया गया. जिसमें कहा गया कि दिल्ली में अफसरों की ट्रान्सफर-पोस्टिंग और उन्हें निर्देश देने का अधिकार दिल्ली की चुनी हुई सरकार के पास नहीं होगा. 8 साल तक मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने संघर्ष किया. इस नोटिफिकेशन के बावजूद उन्होंने दिल्ली के लोगों के काम रुकने नहीं दिए. सड़क पर संघर्ष किया, एलजी ऑफिस में जाकर संघर्ष किया, सुप्रीम कोर्ट में जाकर संघर्ष किया और इन संघर्षों के बावजूद उन्होंने वो कर दिखाया जो आजादी के 75 सालों के इतिहास में देश में कही नहीं हुआ.
'ये सुप्रीम कोर्ट का भी सम्मान नहीं करते'
उन्होंने कहा कि 8 साल तक अपनी ताकत कम होने के बावजूद केजरीवाल जी ने दिल्ली के लोगों के लिए अपनी लड़ाई लड़ी. दूसरी तरफ उन्होंने कोर्ट में लड़ाई लड़ी. हाई कोर्ट,सुप्रीम कोर्ट, सुप्रीम कोर्ट की डिविजन बेंच, संवैधानिक पीठ 2-2 बार बैठी लेकिन दिल्ली के हक़ की लड़ाई केजरीवाल जी लड़ते रहे और आखिर में भारत की सबसे बड़ी अदालत सुप्रीम कोर्ट की संवैधानिक पीठ ने 11 मई को एक फैसला दिया और कहा कि लैंड, लॉ एंड आर्डर और पुलिस के अलावा सारी ताकत चुनी हुई सरकार के पास है. लेकिन भाजपा न लोकतंत्र और संविधान का सम्मान करते है बल्कि तो अब सुप्रीम कोर्ट का भी सम्मान नहीं करते क्योंकि इस सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद भाजपा की केंद्र सरकार ने सुप्रीम कोर्ट के इस आदेश को 8 दिन में पलट दिया.
आतिशी ने भाजपा पर हमला करते हुए कहा कि इस बिल में दिल्ली के लोगों और दिल्ली की चुनी हुई सरकार के उपर एक एलजी को थोपा गया है. ठीक अंग्रेजों की तरह की भारत के लोग चाहे या न चाहे वायसराय उनपर शासन करता था ठीक उसी तरह केंद्र सरकार ने वही किया कि दिल्ली के लोग चाहे या न चाहे एलजी साहब उनपर शासन करेंगे.
'70 में से 70 सीटें अरविंद केजरीवाल जी को मिलेंगी'
उन्होंने कहा कि कुछ ही महीनों बाद लोकसभा का चुनाव आ रहा हैं. मुझे पूरा भरोसा है कि भाजपा ने दिल्ली के लोगो के साथ जो अत्याचार किया है. उनकी ताकत छिनी है. यही दिल्ली की जनता भाजपा को मुहतोड़ जबाव देगी. न सिर्फ लोकसभा में सातों सीट पर भाजपा हारेगी, साथ ही जो 8 सीटें इन्हें दिल्ली विधानसभा में मिली है, 2025 के चुनाव में ये भी चली जाएंगी. 70 में से 70 सीटें अरविंद केजरीवाल जी को मिलेंगी. भाजपा वाले याद रखें- आप लोगों पर अत्याचार कर सकते हो, उनकी ताकत छीन सकते हो, वोट की शक्ति पर वार कर सकते हो लेकिन इन सब से दिल्ली की जनता का दिल नहीं जीत सकते-उनका प्यार नहीं जीत सकते. दिल्ली की जनता का प्यार हमेशा अरविंद केजरीवा के साथ था, है और रहेगा.