Advertisement

5 साल पुराने एमसीडी पीसीओ बूथ स्कैम में बूथ माफिया गिरफ्तार

पांच वर्ष पहले 13/05/2013 को दिल्ली आजतक पर बूथ माफिया की खबर प्रसारित की गई थी जिसके बाद ही जंग बहादुर को पता चला था कि करोलबाग के भगवती मार्केट स्थित उनका एमसीडी से एलॉट किया गया बूथ, बूथ माफियाओं ने धोखाधड़ी करके हथिया लिया.

अपने बूथ के लिए लड़ाई लड़ रहे जंग बहादुर और रामकुमार राय अपने बूथ के लिए लड़ाई लड़ रहे जंग बहादुर और रामकुमार राय
परमीता शर्मा/राम किंकर सिंह
  • नई दिल्ली,
  • 01 सितंबर 2018,
  • अपडेटेड 6:46 AM IST

पिछले पांच वर्षों से दिल्ली की तीस हजारी कोर्ट में अपने बूथ की लड़ाई लड़ रहे दिव्यांग जंग बहादुर की आंखों में उस समय चमक आ गई जब अदालत ने गिरफ्तार बूथ माफिया और केस के आरोपी नंदलाल आहूजा को तिहाड़ जेल भेज दिया. अदालत के आदेश के बाद जंग बहादुर ने दिल्ली आजतक को फोन कर धन्यवाद दिया.

दरअसल पांच वर्ष पहले 13/05/2013 को दिल्ली आजतक पर बूथ माफिया की खबर प्रसारित की गई थी जिसके बाद ही जंग बहादुर को पता चला था कि करोलबाग के भगवती मार्केट स्थित उनका एमसीडी से एलॉट किया गया बूथ, बूथ माफियाओं ने धोखाधड़ी करके हथिया लिया. अदालती कार्रवाई के बाद बूथ माफिया विष्णु भाग गया, लेकिन जंग बहादुर को उम्मीद है कि उनका बूथ उन्हें जल्द ही मिल जाएगा.

Advertisement

जंग बहादुर का बूथ करोलबाग की भगवती मार्केट में पीसी ज्वैलर्स के ठीक सामने अब सुनसान पड़ा है. दिल्ली आजतक पर खबर देखकर जंग बहादुर समेत तीन एलॉटी सामने आए जिनके बूथ को हथिया लिया गया था.

पैरों से लाचार रामकुमार राय ट्राई साइकिल या फिर बैसाखी के सहारे ही चल- फिर सकते हैं लेकिन पीसीओ बूथ माफियाओं ने उनका भी बूथ हथिया लिया. इतना ही नहीं विकलांगों के लिए बने दर्जनों पीसीओ बूथ को हथियाकर बूथ माफिया मालामाल हो गए. करोलबाग इलाके में साल 2009 से 2011 के बीच विकलांगों लिए बने करीब 16 पीसीओ बूथ हथिया लिये थे, इस घोटाले को 'विकलांग बूथ घोटाला' कहा गया था.

ये है मामला

दरअसल विकलागों को एलॉट होने वाले पीसीओ बूथ एमसीडी अधिकारियों की मिलीभगत से एक ही पते पर अलग- अलग नाम से फर्जी लोगों को एलॉट कर दिए गए थे. आरटीआई के जरिए राम कुमार राय ने तमाम जानकारी निकाली और फिर बूथ माफिया के खिलाफ हल्ला बोल दिया. दिव्यांग आरटीआई आवेदक राम कुमार राय ने कहा कि कई बार बूथ माफियाओं से धमकी मिली, जान से मारने की कोशिश भी की गई लेकिन वो डरे नहीं और अभी भी लड़ाई जारी रहेगी.

Advertisement

आपको बता दें कुछ साल पहले एमसीडी ने दिव्यांगों की मदद के लिए पीसीओ बूथ एलॉट किया था लेकिन एमसीडी के कुछ अधिकारियों ने बूथ माफियाओं के साथ मिलकर फर्जी पते और जाली पहचान के साथ बूथ का अलॉमेंट अलग-अलग नामों पर करवा लिया था, जबकि इन अलॉटेड पीसीओ बूथ को किसी दिव्यांग को ही ट्रांसफर या एलॉट किया जा सकता है.

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement