
दिल्ली में फर्जी दस्तावेजों के जरिए वोटर रजिस्ट्रेशन करने के मामले में पुलिस ने 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. इनमें फर्जी डॉक्यूमेंट बनाने वाले भी शामिल हैं. जानकारी के मुताबिक आरोपियों ने वोटर आईडी कार्ड बनवाने या डेटा में बदलाव के लिए आधार कार्ड और बिजली बिल जैसे महत्वपूर्ण दस्तावेजों में जालसाजी की थी.
शाहीन बाग पुलिस स्टेशन में दर्ज मतदाता पहचान पत्र धोखाधड़ी के दो अलग-अलग मामलों पुलिस ने सोमवार को 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. आरोपी फर्जी दस्तावेज बनाने में एक कंप्यूटर का इस्तेमाल करते थे.
25 दिसंबर को दर्ज कराई गई पहली शिकायत
गत 25 दिसंबर को ओखला विधानसभा क्षेत्र के निर्वाचन पंजीकरण अधिकारी विनोद कुमार ने शाहीन बाग पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई कि चार व्यक्तियों ने जाली दस्तावेजों का इस्तेमाल करके वोटर आईडी कार्ड बनाने और एड्रेस में बदलाव के लिए आवेदन किया है. इस संबंध में पुलिस स्टेशन में धारा 336/340 बीएनएस के तहत मामला दर्ज किया गया.
चार दिन बाद दर्ज हुई दूसरी शिकायत
इसके बाद 29 दिसंबर को विनोद कुमार ने इसी तरह की एक और शिकायत दर्ज कराई जिसमें फर्जी दस्तावेजों का इस्तेमाल करके नए मतदाता पंजीकरण के लिए 4 आवेदन प्राप्त हुए थे. जांच के दौरान, टीम के सदस्यों ने जालसाजी नेटवर्क में शामिल व्यक्तियों की पहचान करने और उन्हें पकड़ने के लिए सक्रिय रूप से मामलों की जांच की.
जालसाजी नेटवर्क के अन्य सदस्यों की तलाश जारी
गहन प्रयासों के बाद आरोपियों के ठिकाने का पता लगाया गया और दोनों मामलों में 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया. जालसाजी नेटवर्क में शामिल अन्य व्यक्तियों की पहचान करने और उन्हें पकड़ने का प्रयास किया जा रहा है. अब तक इकट्ठा किए गए सबूत चुनावी पंजीकरण प्रक्रिया में हेरफेर करने के लिए टेक्नोलॉजी और जाली दस्तावेजों के दुरुपयोग का संकेत देते हैं.