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छठ पर्व: दिल्ली में यमुना सफाई को लेकर वर्षों से किए जा रहे वादे, अब भी साफ नहीं हुई नदी

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने इसी साल 22 मार्च 2023 में दिल्ली में यमुना को पूरी तरीके से साफ करने का वादा किया था और कहा था 2025 के विधानसभा चुनाव से पहले डुबकी भी लगाऊंगा. मार्च से नवंबर आ गया लगभग 9 महीने बीत गए, लेकिन अभी तक यमुना की सफाई को लेकर कोई एक्शन प्लान तैयार नहीं किया गया.

दिल्ली में यमुना की हालत दिल्ली में यमुना की हालत
सुशांत मेहरा
  • नई दिल्ली,
  • 14 नवंबर 2023,
  • अपडेटेड 5:46 PM IST

दिवाली के बाद छठ का पर्व नजदीक आ गया है. पूर्वांचल के लोगों के लिए इस पर्व का बड़ा महत्व है. तीन दिन के इस पर्व में ढलते सूरज को अर्घ देने के साथ उगते सूरज को भी अर्घ देकर पूजा अर्चना की जाती है. राजधानी दिल्ली में लाखो लोग इस पर्व को मनाते हैं. इस पर्व में महिलाएं यमुना नदी में पूजा अर्चना करती हैं. लेकिन राजधानी में जो यमुना की स्थिति है वो किसी से भी नहीं छुपी है.

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अब तक यमुना की सफाई पर ध्यान नहीं
साल दर साल राजधानी दिल्ली में यमुना के हालात में कोई सुधार होता नजर नहीं आ रहा है. सालों से यमुना में गंदगी का अंबार है, यमुना प्रदूषित है. यमुना को बेहतर और स्वच्छ करने को लेकर कई बार दावे और वादे सरकारों के द्वारा किए गए हैं. इस पर राजनीति भी जमकर होती है, लेकिन यमुना की स्थिति जस की तस है. छठ पूजा से पहले अक्सर यमुना को लेकर दिल्ली में दावे और वादे किए जाते हैं कि अगले साल यमुना को स्वच्छ कर दिया जाएगा. 

कब-कब किए वादे
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने इसी साल 22 मार्च 2023 में दिल्ली में यमुना को पूरी तरीके से साफ करने का वादा किया था और कहा था 2025 के विधानसभा चुनाव से पहले डुबकी भी लगाऊंगा. मार्च से नवंबर आ गया लगभग 9 महीने बीत गए, लेकिन अभी तक यमुना की सफाई को लेकर कोई एक्शन प्लान तैयार नहीं किया गया.

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इससे पहले नवंबर 2021 में छठ पर्व के दौरान ही मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने वादा किया था कि यमुना को जल्द साफ किया जाएगा उस दौरान दिल्ली में बेहद प्रदूषित यमुना नदी को साफ करने के लिए मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने यमुना क्लीनिंग सेल का गठन किया था. इस सेल का काम सबंधित विभागों की ओर से किए जा रहे कार्यों पर नजर रखेगा. लेकिन वो भी सेल क्या कर रही है किसी को नहीं पता. 

अरविंद केजरीवाल ने किया था वादा
इससे पहले साल 2020 में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने जनवरी के महीने में अपने टाउन हॉल कार्यक्रम के दौरान कहा था कि अगर वह दोबारा चुने गए तो उनकी सरकार की योजना यमुना नदी को इतना साफ करने की है कि राजधानी के लोग उसमें डुबकी लगा सकें. अरविंद केजरीवाल ने यह बयान अपनी चौथी टाउन हॉल बैठक को संबोधित करते हुए कहा था कि अगले पांच वर्षों में ये आप सरकार की प्राथमिकता होगी.

बीजेपी ने बोला हमला
पिछले साल छठ पर्व के दौरान जब यमुना नदी में टॉक्सिक का लेवल बढ़ा था और यमुना नदी के कालिंदी कुंज जिला में सफेद रंग के चादर नजर आए थे, उस दौरान दिल्ली सरकार ने केमिकल का छिड़काव करना शुरू किया था इस केमिकल के छिड़काव को लेकर के बीजेपी सांसद प्रवेश वर्मा ने जल बोर्ड के अधिकारियों को जमकर लताड़ लगाई थी, जिसका वीडियो वायरल हुआ था. हालांकि सांसद प्रवेश वर्मा ने जल बोर्ड और दिल्ली सरकार पर आरोप लगाया था कि जो केमिकल का छिड़काव किया जा रहा है वह बेहद खतरनाक है. यमुना नदी का पानी डुबकी लगाने के लिए नहीं है, उस दौरान दिल्ली सरकार के जल बोर्ड अधिकारी कालिंदी कुंज जिला के में डुबकी लगाते हुए नजर आए थे और कहा था कि अपना नदी का पानी साफ है.

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कांग्रेस भी हुई आक्रामक
यमुना नदी को लेकर बीजेपी आम आदमी पार्टी पर और आम आदमी पार्टी बीजेपी पर हमलावर रहती है, लेकिन इस बार कांग्रेस ने दोनों सरकारों के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. छठ पर्व पर आईटीओ घाट पर दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष अरविंद सिंह लवली दौरा करने पहुंचे. इस दौरान अरविंद सिंह लवली ने दिल्ली सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि जब कांग्रेस की सरकार थी उस दौरान हरियाणा से पानी छोड़ा जाता था, जिसके लिए मुख्यमंत्री पत्र लिखती थी, लेकिन दिल्ली के मुख्यमंत्री ने एक बार भी हरियाणा सरकार को पत्र नहीं लिखा. आज आलम यह है कि लोग दिल्ली से पलायन करके अपने गांव वापस जाकर छठ मनाने के लिए मजबूर हैं. 

आनंद विहार, नई दिल्ली तमाम रेलवे स्टेशन पर भारी भीड़ देखने को मिल रही है. और पूर्वांचल के लोग दिल्ली छोड़ अपने गांव वापस जा रहे हैं, ताकि छठ पर्व को मना सकें. यमुना की इस हालत पर दोनों ही सरकारी जिम्मेदार है.

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