Advertisement

कोविड मरीजों का इलाज करते हुए हुई थी डॉक्टर की मौत, केजरीवाल ने परिवार को दिए 1 करोड़

सीएम ने कहा कि डॉ. अनस जीटीबी अस्पताल में जूनियर रेजिडेंट थे. मरीजों की सेवा करने के दौरान उन्हें भी कोरोना हो गया और 9 मई 2021 को उनका निधन हो गया. डाॅ. अनस जैसे कोरोना योद्धाओं की वजह से ही दिल्ली सरकार दिल्ली के लोगों को कोरोना से बचा पा रही है

केजरीवाल ने की मृत डॉक्टर के परिवार की मदद केजरीवाल ने की मृत डॉक्टर के परिवार की मदद
पंकज जैन
  • नई दिल्ली,
  • 23 मई 2021,
  • अपडेटेड 12:57 AM IST
  • सीएम केजरीवाल ने की डॉक्टर के परिवार की मदद
  • परिवार को दी एक करोड़ की सहायता
  • डॉक्टर की कोरोना से हो गई थी मौत

सीएम अरविंद केजरीवाल ने कोरोना योद्धा स्वर्गीय डाॅ. अनस मुजाहिद के परिवार से शनिवार को मुलाकात कर एक करोड़ रुपए की सहायता राशि का चेक सौंपा. सीएम ने बताया कि वे अस्पताल में लगातार मरीजों की सेवा करते रहे थे और उस सेवा को करते-करते ही इस दुनिया को अलविदा कह गए. ऐसे में केजरीवाल की तरफ से उनके परिवार को आर्थिक सहायता भी दी गई है और परिवार का मनोबल भी बढ़ाया गया है.

Advertisement

कोरोना योद्धा के परिवार को दिए 1 करोड़ रुपये

सीएम ने कहा कि डॉ. अनस जीटीबी अस्पताल में जूनियर रेजिडेंट थे. मरीजों की सेवा करने के दौरान उन्हें भी कोरोना हो गया और 9 मई 2021 को उनका निधन हो गया. डाॅ. अनस जैसे कोरोना योद्धाओं की वजह से ही दिल्ली सरकार दिल्ली के लोगों को कोरोना से बचा पा रही है और कोरोना से संघर्ष कर पा रही है. उनके पिता डाॅ. मुजाहिदुल ने 10 दिन पहले ही अपना 26 वर्षीय बेटा खोया है, फिर भी वे चाहते हैं कि उनका पूरा परिवार देश के काम आए.

कौन हैं डॉ. अनस मुजाहिद?

सीएम अरविंद केजरीवाल ने जीटीबी अस्पताल में जूनियर रेजिडेंट रहे स्वर्गीय डॉ. अनस मुजाहिद के परिजनों से मुलाकात की और दिल्ली सरकार की तरफ से उन्हें एक करोड़ रुपये की सहायता राशि का चेक सौंपा. इस दौरान सीएम ने कहा कि डॉ. अनस दिल्ली सरकार के जीटीबी अस्पताल में जूनियर रेजिडेंट थे.

Advertisement

वह पिछले कई महीनों से जीटीबी अस्पताल में कोरोना मरीजों की सेवा कर रहे थे. मरीजों की सेवा करने के दौरान उन्हें अचानक से कोरोना हो गया और चंद घंटों में ही 9 मई को उनका निधन हो गया. इसका हमें बेहद अफसोस है. डाॅ. अनस की तरह ही बहुत सारे कोरोना योद्धा हैं, जो फ्रंट पर आकर लोगों की सेवा कर रहे हैं. उन्हीं की वजह से आज हम लोग दिल्ली के लोगों को कोरोना से बचा पा रहे हैं और सरकार कोरोना से संघर्ष कर पा रही है. 

केजरीवाल ने क्या कहा है?

सीएम अरविंद केजरीवाल ने आगे कहा कि उनके पिता मुजाहिदुल इस्लाम भी डॉक्टर हैं. मैंने उन्हें एक करोड़ रुपये का चेक देते हुए कहा कि इसके अलावा भी अगर कभी जरूरत हो तो, आप हमें बताइएगा. इस पर उनका कहना था कि मुझे किसी चीज की जरूरत नहीं है. मैं चाहता हूं कि मैं और मेरा परिवार पूरी तरह से देश के काम आए. डाॅ. अनस की 26 साल उम्र थी और उनकी शादी भी नहीं हुई थी. डाॅ. मुजाहिदुल ने अपने 26 साल के बेटे को अभी 10 दिन पहले ही खोया है. इसके बावजूद किसी पिता की इस तरह की अच्छी सोच होना गर्व की बात है. मैंने उनको भरोसा दिया है कि किसी भी तरह की जरूरत हो, तो सरकार उनके साथ है. वे अपने आप को अकेला न समझें. 

Advertisement

क्लिक करें- UP सरकार बोली- पंचायत चुनाव में बस 3 शिक्षकों की मौत, शिक्षक संघ ने कहा- 1621 की गई जान

डॉ. अनस के पिता डॉ. मुजाहिदुल इस्लाम ने कहा कि मेरा बेटा लोगों की सेवा करते हुए चला गया. मैंने अपने बच्चों को सिर्फ इसलिए पढ़ाया-लिखाया, ताकि वे इस देश के काम आएं. उन्होंने कहा कि मेरा बेटा अब हमारे बीच नहीं है. सीएम अरविंद केजरीवाल मेरे पास आए और उन्होंने मेरी जो मदद की है, इसकी मुझे बहुत खुशी है. मैं चाहता हूं कि सीएम इसी तरह से समाज के लिए, इस देश के लिए और दिल्ली के लिए काम करते रहें.

डाॅ. अनस मुजाहिद (26) पुराना मुस्तफाबाद के भागीरथी विहार में रह रहे थे. परिवार में पिता डाॅ. मुजाहिदुल इस्लाम (56) नसीमा मुजाहिद (50), भाई इमादुद्दीन मुजाहिद (28), माज मुजाहिद (23) व हासन (18) और बहन सिदरह मुजाहिद (21) हैं. डाॅ. अनस ने 2020 में जीटीबी अस्पताल से एमबीबीएस उत्तीर्ण की थी. इसके बाद वह जीटीबी अस्पताल में ही जूनियर रेजिडेंट के पद पर नियुक्त हुए. उन्होंने अपने काम से सभी का दिल जीता लेकिन अंत में जिंदगी की ये जंग वे हार गए.

ये भी पढ़ें

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement