
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल 21 जून को विश्व योग दिवस के अवसर पर दिल्ली फार्मास्यूटिकल साइंसेज रिसर्च यूनिवर्सिटी द्वारा शुरू किए जा रहे 'डिप्लोमा इन मेडिटेशन एंड योग' कोर्स को लॉन्च करेंगे. उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने बुधवार को दिल्ली सरकार द्वारा शुरू की जा रही इस पहल की प्रगति की समीक्षा की.
दिल्ली में योगा कोर्स
दिल्ली सरकार का कहना है कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का विज़न है कि योग को जनांदोलन बनाना है, इसी दिशा में दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने दिल्ली विधानसभा में 2021 के बजट सत्र में घोषणा की थी कि दिल्ली के लोगों को योगा के माध्यम से एक बेहतर जीवन शैली जीना सिखाएंगे. डीपीएसआरयू में शुरू किया गया 1 वर्ष का डिप्लोमा कोर्स इसी विज़न का हिस्सा है.
मनीष सिसोदिया ने बताया कि योग को बढ़ावा देने के लिए विश्वविद्यालय द्वारा 1 साल का एक डिप्लोमा कोर्स 'डिप्लोमा इन मेडिटेशन एंड योग साइंसेस' शुरू किया जा रहा है. किसी भी विषय से 10+2 करने वाले अभ्यर्थी इस कोर्स में दाखिला ले सकते हैं. इस डिप्लोमा कोर्स का मुख्य केंद्र दिल्ली फार्मास्युटिकल साइंसेज एंड रिसर्च यूनिवर्सिटी (DPSRU) में होगा और अन्य विस्तारित केंद्र पूरी दिल्ली में विभिन्न स्कूलों में होंगे. डिप्लोमा पूरा होने के बाद प्रशिक्षु एक प्रोफेशनल योगा ट्रेनर के तौर पर लोगों को योग और मेडिटेशन सिखा पाएंगे.
दिल्ली में योगा को किया जाएगा प्रमोट
उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि भारत में हजारों सालों से ध्यान और योग का अभ्यास किया जा रहा है. हमें गर्व महसूस होता है कि भारतीय ध्यान और योग परम्परा ने सैकड़ों वर्षों से दुनियाभर में लोगों को शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ रहना सिखाया है. विदेशों में लोगों ने ध्यान और योग को अपने दैनिक जीवन का हिस्सा बनाया है. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का विज़न साकार करते हुए हमें योग को जन आंदोलन बनाकर उसे घर-घर तक पहुंचाना है और योग व मेडिटेशन को जनता के दैनिक जीवन का हिस्सा बनना है.
गौरतलब है की डीपीएसआरयू द्वारा शुरू किए जा रहे इस डिप्लोमा प्रोग्राम द्वारा पहले बैच में 400 प्रशिक्षु ट्रेनिंग लेंगे जिन्हें शुरुआत में ऑनलाइन माध्यम से ट्रेनिंग दी जाएगी. लॉकडाउन खत्म होने के बाद इन प्रशिक्षुओं को सेंटर पर ट्रेंनिंग दी जाएगी. विश्वविद्यालय में अगले सत्र में 600 और प्रशिक्षुयों को दाखिला दिया जाएगा.