
दिल्ली की रेखा सरकार अपना पहला बजट पेश करने से पहले राजधानी की महिलाओं से सीधे सुझाव ले रही हैं. मार्च के आखिरी हफ्ते में पेश होने वाले इस बजट को जन-आधारित बनाने के लिए रेखा सरकार ने तैयारियों को रफ्तार दे दी है.
इसी कड़ी में मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने आज दिल्ली विधानसभा में विभिन्न महिला संगठनों की प्रतिनिधियों के साथ बैठक की और उनके सुझाव सुने. महिलाओं ने खासतौर पर रोजगार के अवसर बढ़ाने पर जोर दिया, ताकि महिलाएं आत्मनिर्भर बन सकें. साथ ही उन्होंने घरेलू जिम्मेदारियों और बढ़ते किचन बजट पर भी चिंता जताई और सरकार से राहत देने की मांग की.
रेखा गुप्ता ने आजतक से खास बातचीत में कहा कि वह दिल्ली की झुग्गी बस्ती में रहने वाली महिलाओं के बीच जाकर उनसे भी सुझाव लेंगी. साथ ही युवाओं और अलग-अलग वर्ग के प्रोफेशनल से भी बजट पर उम्मीदों को जानेंगी.
सीएम रेखा गुप्ता और शिक्षा मंत्री आशीष सूद ने भी दिल्ली के अलग-अलग एजुकेशन प्रोफेशनल्स और एजुकेशन एक्सपर्ट से दिल्ली सचिवालय में मुलाकात की और उनके भी सुझाव लिए. मुख्यमंत्री अगले तीन दिन तक दिल्ली के अलग-अलग व्यापारी वर्गों से भी सुझाव लेंगी. यह पहली बार होगा, जब दिल्ली के बजट को लेकर किसी मुख्यमंत्री ने इतने बड़े स्तर पर सुझाव लिए हों.
सीएम रेखा गुप्ता ने कहा कि दिल्ली का ये ऐसा बजट होगा, जो जनता की उम्मीदों को पूरा करेगा. जिसमें सुरक्षा, स्वास्थ्य, शिक्षा जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों पर विशेष ध्यान दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि हमने संकल्प पत्र में जितनी भी बातें की हैं, निश्चित रूप से हर एक वादा पूरा होगा. महिलाओं को हर महीने 2500 रुपये देने की बात हो या बहनों को 21 हजार देना हो. किसी को याद दिलाने की जरूरत नहीं है कि चार दिन रह गए या तीन दिन रह गए हैं. एजेंडा हमारा चलेगा ना कि उनका (विपक्ष) चलेगा. हमें अपना वादा याद है.